इन्दौर। प्रेस काम्प्लेक्स के बगल में स्थित और भू-माफिया के चंगुल में फंसी अयोध्यापुरी कॉलोनी के पीडि़तों द्वारा इन दिनों अपने-अपने भूखंडों की सुरक्षा की जा रही है और मौके पर पड़े कचरे, मलबे को हटवाकर बाउंड्रीवाल बनाई जा रही है, लेकिन सदस्यों के रजिस्ट्री किए हुए भूखंडों को अवैध रूप से खरीदने वाली सिम्प्लेक्स मेगा फाइनेंस कंपनी के कर्ताधर्ता भू-माफिया काम रुकवाने के लिए कोर्ट चले गए, लेकिन पीडि़तों ने अपने अभिभाषक के माध्यम से हकीकत कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत की। इसके चलते कल शाम जिला कोर्ट ने सिम्प्लेक्स मेगा फाइनेंस की याचिका को खारिज कर दिया।
वर्ष 2000 में ही अयोध्यापुरी कॉलोनी को विकसित किया गया और 250 से अधिक सदस्यों की रजिस्ट्रियां भी हो चुकी हैं। कालोनी के समस्त विकास कार्य 2000 में ही पूरे कराने और ज्यादातर सदस्यों की रजिस्ट्री कर कब्जे देने के बावजूद वर्ष 2007 में भूमाफियाओं ने सिम्प्लेक्स मेगा फाइनेंस, केएस सिटी को सदस्यों की रजिस्ट्री करवाए हुए भूखंडों की साढ़े पांच एकड़ से अधिक जमीन अयोध्यापुरी कॉलोनी विकसित करने वाली संस्था देवी अहिल्या गृह निर्माण के पदाधिकारियों से सांठगांठ कर खरीद ली। इन भूमाफियाओं द्वारा कॉलोनी परिसर में मलबा डलवाया जाता रहा, ताकि ऐसा लगे कि मौके पर भूखंड नहीं हैं और विकास कार्य भी नहीं कराए गए। पूर्व में भी भूमाफियाओं के खिलाफ चले अभियान में देवी अहिल्या के कर्ताधर्ता जेल गए, लेकिन जमीन खरीदने वाले असल भू-माफिया बच निकले। पिछले दिनों भूखंड पीडि़तों ने कलेक्टर मनीषसिंह से भी मुलाकात की और नए सिरे से मय प्रमाण शिकायत दर्ज करवाई। वहीं इन पीडि़तों ने अपने-अपने भूखंडों की सुरक्षा करने के लिए सालों से पड़े मलबे, मिट्टी, कचरे की सफाई करवाकर बाउंड्रीवाल बनवाना शुरू की, जिसकी भनक माफिया को पडऩे पर फिर कोर्ट-कचहरी की धमकी रहवासियों को दी जाने लगी और सिम्प्लेक्स मेगा फाइनेंस ने तो अदालत में सदस्यों के काम को रोकने के लिए स्टे की अर्जी लगाई, लेकिन रहवासियों ने अपने अभिभाषक अभिनव धनोतिया की ओर से सारे प्रमाण कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत कर भूमाफियाओं के कारनामे उजागर किए और बताया कि सिम्प्लेक्स मेगा फाइनेंस ने तो खुद सदस्यों के रजिस्ट्री किए हुए भूखंडों की जमीन की अवैध रजिस्ट्री करवा रखी है, जिसमें रजिस्ट्री में दर्शाए गए चेकों का भुगतान भी पूरा नहीं हुआ है। इस पर अदालत ने कोर्ट ने सिम्प्लेक्स मेगा फाइनेंस की याचिका को खारिज कर दिया। अयोध्यापुरी रहवासी कल्याण समिति के पदाधिकारियों ने अपनी विज्ञप्ति में भू-माफिया दीपक सिसौदिया उर्फ दीपक जैन, मुकेश खत्री पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इनके द्वारा रहवासियों को बार-बार डराया धमकाया भी जाता है और शासन-प्रशासन भी अभी तक इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाया है। रहवासियों का यह भी कहना है कि सारे सदस्य एकजुट हैं और जल्द ही भवन अनुमति प्राप्त करेंगे और भू-माफियाओं के खिलाफ लगातार लड़ाई जारी रहेगी, क्योंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी लगातार हर मंच से माफियाओं को सबक सिखाने, जमीन मे 7 फीट गाडऩे जैसी चेतावनी दे चुके हैं। हालांकि इसके बावजूद सहकारी संस्थाओं की भूमि हड़पने वाले कई भूमाफिया अभी भी बचे हुए हैं।
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