लखनऊ । देश के सबसे स्वच्छ शहरों में शामिल इंदौर मॉडल (Indore Model) के मुताबिक ही रामनगरी को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधा वाले पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए अयोध्या नगर निगम और आईआईएम इंदौर के बीच एक समझौता (एमओयू) हुआ है। इसके तहत तीन साल के लिए आईआईएम इंदौर अयोध्या नगर निगम के साथ मिलकर काम करेगा।
समझौते के मुताबिक आईआईएम अब अयोध्या में आध्यात्मिक और धार्मिक पर्यटन स्थली के रूप में स्वच्छता मानकों को बनाए रखने के लिए अपनी सेवाएं देगा। समझौते पर आईआईएम के निदेशक हिमांशु रॉय और अयोध्या के नगर आयुक्त विशाल सिंह ने हस्ताक्षर किए।
इन्फॉर्मेशन, एजुकेशन और कम्युनिकेशन (आईईसी) की रणनीति को आधार बनाकर किए गए इस समझौते के तहत अयोध्या को स्वच्छ बनाने पर खास फोकस रहेगा। चूंकि स्वच्छता की रैंकिंग में इंदौर लगातार पहले नंबर पर बना हुआ है, इसलिए तय किया गया है कि इंदौर की तर्ज पर ही अयोध्या में कैपेसिटी बिल्डिंग और ट्रेनिंग का काम होगा। सुगम यातायात के लिए सड़कों को भी चौड़ा किया जाएगा। नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने बताया कि सबसे पहले अयोध्या में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत सूचना, शिक्षा और संचार से संबंधित कार्य होगा।
ट्रेनिंग भी देंगे आईआईएम के विशेषज्ञ
एमओयू के तहत शहर को साफ रखने के लिए आईआईएम के विशेषज्ञ नगर निगम कर्मचारियों को प्रशिक्षण देंगे। वे कचरा प्रबंधन के तौर तरीके बताएंगे कि किस व्यवस्था के तहत बेहतर और अपेक्षित परिणाम पाए जा सकते हैं। यातायात भी बेहतर करने के लिए अयोध्या नगर निगम क्षेत्र में भी बदलाव किए जाएंगे।
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