अयोध्या (Ayodhya)। अयोध्या का भव्य रामलाल (Ayodhya Ram Mandir) का मंदिर बनकर तैयार है। मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा (Ramlala’s life consecration in the temple) 22 जनवरी को होगी। राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है। हर राम भक्त हो इस दिन का बेसब्री से इंतजार था। रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के पहले विधिवत पूजा अर्चना करने की तैयारी की जा रही है।
हनुमानगढ़ी व नागेश्वरनाथ पर लगे 25 आईपी कैमरे
हनुमानगढ़ी व नागेश्वरनाथ मंदिर पर 25 इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) कैमरे लगे हैं। अब कनक भवन, राम की पैड़ी व अन्य स्थानों पर भी यही कैमरे लगेंगे। ये कैमरे इंटरनेट या स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क (एलएएन) पर फुटेज भेजकर और प्राप्त करके डिजिटल वीडियो की निगरानी करते हैं। यह वाईफाई या पावर ओवर ईथरनेट (पीओई) केबल के जरिये नेटवर्क से जुड़ते हैं।
10,548 स्थानों पर लगाए गए खुफिया सीसीटीवी कैमरे
अयोध्या के 10,548 स्थानों पर लगे खुफिया कैमरों से हर गतिविधि की निगरानी हो रही है। खुराफातियों को पता भी नहीं चलेगा कि वे कहां से देखे जा रहे हैं। श्रीरामजन्मभूमि मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या की सुरक्षा और अहम हो गई है। इसके लिए गृह विभाग ने ऐसी तैयारी है कि अशांति फैलाने वालों के मंसूबे तार-तार हो जाएंगे। चाक-चौराहों व संवेदनशील स्थानों पर सशस्त्र जवान तो मुस्तैद रहेंगे ही, तीसरी आंख की निगाह भी सर्वत्र रहेगी। इसे लेकर पुलिस ने पहले से ही तैयारी की थी, जो अब अधिक सार्थक सिद्ध हो रही है।
अलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग भोजनालय
संघ नेता गजेंद्र सिंह ने बताया कि तीर्थ क्षेत्र पुरम में साधु-संतों व विशिष्ट जनों के लिए खान-पान की व्यवस्था की गई है। यहां छह उपनगर निर्मित किए गए हैं। अलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग भोजनालय बनाए गए हैं। बाग बिजेसी के एक नगर में पंजाब का भोजनालय होगा। अन्य नगरों में तेलंगाना, महाराष्ट्र व राजस्थान के भक्तों की ओर से लंगर की व्यवस्था की जाएगी। वहीं अलग-अलग स्थानों पर भी भोजनालय संचालित किया जाएगा। उदासीन आश्रम के सामने स्थित भोजनालय इस्कान मंदिर की ओर से संचालित किया जाएगा। अक्षय पात्र फाउंडेशन ने भी एक भोजनालय अपने जिम्मे लिया है। दक्षिण भारत की अम्मा जी रसोई की ओर से भी भोजनालय संचालित किया जाएगा।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने आने अतिथियों को देसी व्यंजनों का स्वाद चखने को मिलेगा। अयोध्या की गरिमा के अनुरूप पूरी तरह से शुद्ध सात्विक भोजन ही परोसा जाएगा। इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां चल रही हैं। अलग-अलग राज्यों की पहचान रखने वाले व्यंजन भी बनेंगे। मसलन लिट्टी-चोखा, राजस्थानी दाल बाटी चूरमा, पंजाबी तड़का, दक्षिण भारतीय मसाला डोसा और इडली, बंगाली रसगुल्ले, जलेबी जैसे कई खास व्यंजन और मिठाइयों को मेन्यू में शामिल किया गया है।
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