इंदौर। विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर केयर सीएचएल हॉस्पिटल में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कैंसर सर्वाइवर्स और उनके परिजनों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य न सिर्फ कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ चुके योद्धाओं की कहानियां साझा करना था, बल्कि आम लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और सकारात्मक सोच को भी बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम में हॉस्पिटल के वरिष्ठ विशेषज्ञों ने कैंसर के कारण, लक्षण, बचाव और इलाज की आधुनिक तकनीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डॉ. रितेश तपकीरे ने कहा कि स्वास्थ्य का ध्यान रखना हमारी पहली जिम्मेदारी है। कैंसर के लक्षणों को समय रहते पहचानकर सही इलाज शुरू किया जाए तो इसे नियंत्रित किया जा सकता है। तंबाकू, शराब, प्रदूषण और जीवनशैली से जुड़ी आदतें इसके प्रमुख कारण हैं। डॉ. मनीष नेमा ने कहा कि ब्लड कैंसर अब पहले जितना डरावना नहीं रहा।
मेडिकल साइंस ने इसमें बहुत प्रगति की है। समय पर जांच और सही इलाज से इससे भी लड़ा जा सकता है। डॉ. अपूर्व गर्ग ने बताया कि तंबाकू, सुपारी, पान मसाला और शराब जैसे पदार्थों के सेवन से मुंह के कैंसर की आशंका बढ़ जाती है। डॉ. कृष्णा चौधरी ने कहा कि तंबाकू के बाद मोटापा कैंसर का सबसे बड़ा कारण बनकर उभरा है। स्वस्थ वजन और बेहतर मसल-मांस रखने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।
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