जंगे आज़ादी के लड़ाके, भोपाल के मशहूर सहाफी (पत्रकार), वीर रस के कवि और अफसानानिगार मरहूम विचित्रकुमार सिन्हा की याद में दिए जाने वाले अवार्ड का एलान कर दिया गया है। आज़ादी के बाद के दौर में उनके द्वारा निकाले जाने वाले अखबार क्षितिज किरण को आज भी शाया कर रहे उनके फज़ऱ्न्द और सीनियर सहाफी कृष्णकांत सक्सेना के मुताबिक ये अवार्ड मआशरे के मुखतलिफ़ क्षेत्रों में बेहतरीन काम करने वाली हस्तियों को दिया जाता है। इन अवार्डों के लिए सैयद साजिद अली साब एडवोकेट की कय़ादत में ज्यूरी की बैठक होती है। इस मुअजि़्जज़़ अवार्ड के लिए बनाई गई कमेटियों के सुझाये गए नामों की जानकारी सेक्रेटरी विलक्षण सक्सेना ने दी। इस बार सहाफत के लिए वेटरन जर्नलिस्ट ओमप्रकाश मेहता को चुना गया है।
मेहताजी 80 बरस के हैं और कई अखबारों में कमिटेड सहाफत की नज़ीर माने जाते हैं। वहीं पत्र छाया अवार्ड सतीश टेवरे को दिया जाएगा। सतीश ने बरसों अपने कैमरे से नायाब प्रेस फोटोग्राफी की है। समाजसेवी अवार्ड राधेश्याम अग्रवाल को मिलेगा। अग्रवाल साब जनसंवेदना इदारे के ज़रिए लावारिस लाशों के अंतिम संस्कार करवाते हैं। गरीबों की मदद और अस्पतालों में खाने को भी तकसीम करते हैं। इस कड़ी में स्वतंत्रता संग्राम सम्मान श्रीमती सावित्री वर्मा को, कर्मठ राजनीतिक सम्मान राजेन्द्र शुक्ल साब को, साहित्य सेवी सम्मान डॉ. प्रेम भारती को, कुशल प्रशासक सम्मान अवधेश प्रताप सिंह को, विजय गुप्ता स्मृति विधि सेवी सम्मान श्रीमती रेणु शर्मा को , रविन्द्र पंड्या स्मृति जनसंचार सेवी सम्मान सुरेश गुप्ता साब को दिया जाएगा। कृष्णकांत सक्सेना साब के मुताबिक ये अवार्ड फंक्शन इसी 14 फरवरी को शाम 5 बजे राज्य पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान (कुक्कुट भवन) के ऑडिटोरियम में मुनक़्क़ीद किया जाएगा। मालूम हो कि मरहूम विचित्रकुमार सिन्हा ने जंगे आज़ादी और भोपाल के विलीनीकरण आंदोलन में बढ़ चढ़ के शिरकत करी थी। उन्होंने अंग्रेजों और भोपाल नवाब के ज़ुल्म सहे लेकिन उसूलों से कभी समझौता नहीं किया।