जिंदगी है अपने क़ब्ज़े में न अपने बस में मौत,
आदमी मजबूर है और किस क़दर मजबूर है।
दैनिक भास्कर समूह के नेशनल पोलिटिकल एडिटर अवनीश जैन का कल शाम इंतक़ाल हो गया। अवनीश जैन साब गुजिश्ता दस दिनों से दिल्ली के प्राइवेट अस्पताल में ज़ेरे इलाज थे। वो लिवर के बेहद तश्वीस्नाक मर्ज से गुजऱ रहे थे। वहां उनकी हालत बेहद सीरियस हो गई तो उनके अहलेखाना (परिजन) ने उन्हें उनके आबाई शहर (गृह नगर) इंदौर में एयर एम्बुलेंस से बॉम्बे हॉस्पिटल शिफ्ट किया था। यहां रात करीब साढ़े नो बजे उन्होंने आखरी सांस ली। अवनीश जैन दैनिक भास्कर से 27 बरस से जुड़े थे। उन्होंने एक रिपोर्टर के तौर पे सहाफत (पत्रकारिता) का सफर शुरु किया था। आप भास्कर इंदौर में रेजिडेंट एडिटर भी रहे। अवनीश जैन अखबारी दुनिया की हर बारीकी के गहरे जानकार थे। वो अपनी लेखनी और आर्थिक मामलों की खबरों के अलावा अखबार के लेआउट, डिज़ाइन, डमी, कंटेंट, हेडिंग वगैरह के माहिर थे। उनके साथ काम कर चुके पत्रकार बताते हैं कि वे बहुत प्रोफेशनल और टेक्नोलॉजी से अपडेट रहने वाले सहाफी थे। उन्होंने अखबार में कई प्रयोग किये। एक संपादक के तौर पे अवनीश जैन काम करने वाले बंदों को बहुत प्रमोट करते थे।
बाकी मठ्ठे लोगों को उन्हें साइड लाइन करना आता था। जब 15 बरस पेले कल्पेश याग्निक ने भास्कर में डीबी स्टार का कॉन्सेप्ट लांच किया था तब अवनीश जैन इसके प्रभारी बनाये गए थे। इन्होंने ही साल 2008 में भोपाल भास्कर में डीबी स्टार के फ़ायरी रिपोर्टरों की टीम बनाई थी। उस वक्त भोपाल में जयश्री पिंगले, भीमसिंह मीणा, राधेश्याम दांगी, आशीष महर्षि, श्याम सिंह तोमर, रुमनी घोष जैसे रिपोर्टरों ने काफी धूम मचाई। भोपाल के बाद अवनीश जैन ने इंदौर भास्कर में भी डीबी स्टार की जानदार टीम खड़ी करी। उस वक्त वहां हिमांशु जोशी, सुनील हजारी, अविनाश रावत और देव कुंडल ने बहुत नाम कमाया। अवनीश जैन दैनिक भास्कर मैनेजमेंट के नेचर के परफेक्ट पत्रकार थे। उन्हें श्रवण गर्ग घराने का प्रतिनिधि माना जाता था। वैसे अवनीश जैन की सहाफत की इब्तिदा नभ्भे की दहाई में इंदौर के कल्याण जैन के अखबार असली दुनिया से हुई थी। इंदौर से ये आईआईएमसी में पढऩे दिल्ली चले गए थे। आप आर्थिक मामलों के गहरे जानकार थे। दिल्ली में दैनिक जागरण में अवनीश जैन ने इकोनॉमिक ब्यूरो भी संभाला। दिल्ली में आप राष्ट्रीय सहारा में भी रहे। पांच बरस पहले अवनीश जैन को भास्कर का स्टेट एडिटर बनाया गया। कुछ अरसा पहले इन्हें दिल्ली में भास्कर समूह का नेशनल पोलिटिकल एडिटर बनाया गया था। आप दिव्य भास्कर गुजरात के भी स्टेट एडिटर रहे। अवनीश जैन का परिवार गांधी वादी था। उनके मरहूम वालिद बसंतीलाल बम कस्तूरबा ग्राम से जुड़े थे। वे अपने पीछे पत्नी संगीता और इकलौते पुत्र सिद्धांत को रोता बिलखता छोड़ गये। उन्हें आज इंदौर में तिलक नगर मुक्तिधाम में सुपुर्दे आतिश किया गया। मरहूम पत्रकार को अग्निबाण परिवार की तरफ से खिराजे अक़ीदत।