इंदौर। बिजली उपभोक्ताओं की शिकायत रहती है कि उन्हें खपत से ज्यादा बिल आ रहा है यानी एवरेज बिल पहुंच रहे हैं। कंपनी हर बार दावा करती है कि एकच्युअल बिल ही भेजे जाएंगे, लेकिन यह दावे कमजोर हो रहे हैं। बिजली कंपनी के एमडी ने इसके लिए मुख्यालय अधिकारियों को सख्त लहजे में कहा कि उपभोक्ता परेशान नहीं होना चाहिए और एवरेज बिलिंग की शिकायत बंद होनी चाहिए।
इंदौर शहर में बिजली के तकरीबन साढ़े 5लाख घरेलू उपभोक्ता है, 30 झोन के माध्यम से बिजली व्यवस्था संचालित की जाती है। हर झोन पर एवरेज बिलिंग कि शिकायतें आ रही हैं। टोल फ्री1912 से लेकर कंपनी मुख्यालय तक के अधिकारियों के पास शिकायतों का समाधान नहीं होने से अब एमडी तक बात पहुंच गई है। एमडी अमित तोमर ने मुख्यालय के आला अधिकारियों एवं शहर व ग्रामीण अधीक्षण यंत्रियों की मौजूदगी में स्पष्ट किया कि एवरेज बिलिंग से उपभोक्ता परेशान हैं, उन्हें खपत के बराबर ही बिल मिलना चाहिए, यह उनका अधिकार है। इस मामले में लापरवाह अधिकारियों कर्मचारियों पर कार्यवाही की जाए। बैठक के दौरान मालवा मिल, इलेक्ट्रॉनिक कॉन्प्लेक्स, ओ पी एच साउथ और ईस्ट, सुभाष चौक आदि झोन के ऐसी और जेई के कामों से एमडी ने संतुष्टि जाहिर की और कहा कि कार्यशैली में तत्काल सुधार करें। साथ ही मुख्यालय के आला अधिकारियों को भी बैठक के दौरान एमडी ने समझा दिया की इस प्रकार नहीं चलेगा।
लाइन स्टाफ की गलती, परेशान उपभोक्ता
दरअसल बिजली बिलों रीडिंग के लिए लाइनमैन, ऑनलाइन स्टॉफ घर घर जाते हैं लेकिन वर्षों से एवरेज बिलिंग और लाइन स्टाफ के मिलीभगत एक कारण इसमें सुधार नहीं हो पाया नतीजा सामने उपभोक्ता को परेशान होना पड़ता है। कई बार झोन पर चक्कर लगाने के बावजूद उसे एवरेज बिल जमा करना पड़ता। बिजली कंपनी की बैठक में एवरेज बिलिंग की बात आम है, लेकिन कार्रवाई कभी कभार खानापूर्ति के लिए होती है। सघन अभियान नहीं चल पा रहा। इसके साथ ही उपभोक्ताओं को मिलने वाले बिजली बिलों मैं भी गलतियां आ रही है, कुछ बिलों में पिछला बकाया दर्शाया जा रहा है, जबकि उपभोक्ताओं का कहना है कि वे लगातार बिल जमा कर रहे हैं।
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