नहीं मिल रहे अपाइंटमेंट, फिटनेस सेंटर शहर के काफी दूर होने के साथ ही जांच शुल्क भी बढ़ाया, आम लोगों को होगी परेशानी
इंदौर, विकाससिंह राठौर।
परिवहन मुख्यालय (Transport Headquarters) के आदेश पर इंदौर, भोपाल और ग्वालियर (Indore, Bhopal and Gwalior) में रातोरात निजी फिटनेस सेंटर (Private fitness center) को मान्यता जारी करने के साथ ही परिवहन विभाग द्वारा चलाए जा रहे फिटनेस सेंटर को बंद कर दिया गया है। लेकिन जल्दबाजी में लिया गया यह फैसला अब विभाग के साथ ही आम लोगों पर भी भारी पड़ता नजर आ रहा है। इंदौर में नेमावर रोड पर इंडेक्स कॉलेज के पास स्थित वेदांती व्हीकल फिटनेस सेंटर (VEDANTI VEHICLE FITNESS CENTER) पर वाहनों का फिटनेस करवाने के लिए ऑनलाइन अपाइंटमेंट ही नहीं निकल पा रहे हैं। न ही ऑनलाइन पोर्टल पर परिवहन विभाग में फिटनेस अपाइंटमेंट का ऑप्शन हटाया गया है, जिससे आम लोग अभी भी परिवहन विभाग से ही फिटनेस करवाने के अपाइंटमेंट ले रहे हैं।
परिवहन मुख्यालय ने शुक्रवार शाम आदेश जारी करते हुए कहा था कि सोमवार से परिवहन विभाग कमर्शियल वाहनों की फिटनेस जांच नहीं करेगा। इसके लिए केंद्रीय परिवहन मंत्रालय की मंशा के अनुरूप ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर्स को मान्यता दी गई है। सोमवार से वाहनों की फिटनेस जांच यहीं होगी। इसके बाद से ही परिवहन विभाग के स्थानीय अधिकारियों से लेकर एजेंट और कमर्शियल वाहन संचालक परेशान हैं। अधिकारियों ने बताया कि वाहनों के फिटनेस की नई व्यवस्था के लिए जब वाहन पोर्टल पर अपाइंटमेंट के लिए जा रहे हैं तो परिवहन विभाग द्वारा किए जाने वाले फिटनेस सेंटर का ऑप्शन भी नजर आ रहा है, जबकि इसे हटा दिया जाना चाहिए था। वहीं निजी फिटनेस सेंटर पर जांच के लिए ऑनलाइन अपाइंटमेंट नहीं निकल पा रहे हैं। ऐसे में वाहन चालक संशय की स्थिति में हैं कि वाहनों का फिटनेस कहां और कैसे करवाएं।
जो अपाइंटमेंट निकले हैं , उनके फिटनेस विभाग करेगा
आरटीओ प्रदीप शर्मा ने बताया कि शुक्रवार शाम को आदेश आए थे, इसके बाद शनिवार और रविवार का अवकाश था। इस बीच उच्चाधिकारियों से जो बात हुई है उसके मुताबिक जिन वाहनों के लिए परिवहन विभाग से फिटनेस के लिए अपाइंटमेंट ले लिए हैं, उनका फिटनेस विभाग ही करेगा और ऐसे वाहनों के लिए अगले कुछ दिन फिटनेस जांच जारी रहेगी।
चुकानी पड़ेगी ज्यादा फीस
परिवहन विभाग द्वारा फिटनेस को निजी हाथों में दिए जाने का सबसे बड़ा हर्जाना आम लोगों को चुकाना पड़ेगा। निजी सेंटर द्वारा फिटनेस जांच के लिए परिवहन विभाग से ज्यादा फीस ली जाएगी। निजी सेंटर जांच शुल्क पर 18 प्रतिशत जीएसटी भी लगाएंगे और 200 रुपए सर्टिफिकेट चार्ज के रूप में भी लेंगे। साथ ही जांच के लिए काफी दूर भी जाना होगा। फिटनेस जांच ऑटोमेटेड ट्रैक पर होने से किसी भी तरह की कमी सामने आने पर वाहन मालिक को वापस शहर में आकर सुधार करवाने के बाद दोबारा जांच के लिए जाना होगा।
200 से 500 रुपए तक फीस बढ़ेगी
वाहन मौजूदा फीस निजी सेंटर में फीस
दोपहिया 472 672
तीन पहिया 672 908
भारी वाहन 872 1380
(निजी सेंटर पर फिटनेस जांच पर 18 प्रतिशत जीएसटी और 200 रुपए सर्टिफिकेट चार्ज जोडक़र)
भ्रष्टाचार पर रोक का दावा
निजी सेंटर पर फिटनेस जांच के लिए ज्यादा फीस सहित कई परेशानियों के बावजूद कहना है कि यहां परिवहन विभाग में होने वाले भ्रष्टाचार से वाहन चालकों को मुक्ति मिलेगी और वाहन मालिकों से बेवजह की वसूली नहीं होगी। हालांकि यह दावे कितने सच हैं, इनका खुलासा समय के साथ होगा, क्योंकि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में निजी सेंटर्स पर अवैध वसूली को लेकर लंबे समय से आंदोलन की स्थिति बनी हुई है।
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