वॉशिंगटन। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री (Australian Prime Minister) एंथनी अल्बनीज (Anthony Albanese) ने कहा है कि जासूसों को निकाले जाने जैसे मुद्दे निजी तौर पर उठाये जाते हैं। उन्होंने यह टिप्पणी इस सवाल पर की कि क्या ‘क्वाड’ शिखर बैठक (‘Quad’ summit meeting) में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के साथ मुलाकात के दौरान, भारतीय नागरिकों से जुड़ी एक घटना पर चर्चा होगी। अल्बनीज डेलवेयर में शनिवार को भारत, अमेरिका और जापान के नेताओं के साथ होने वाली अपनी बैठक से पहले मीडिया के एक सवाल का जवाब दे रहे थे। कथित जासूसी की घटना 2020 में हुई थी और इस साल अप्रैल में यह सामने आई।
अल्बानीज बोले- मैं कूटनीतिक तरीके से काम करता हूं
अल्बनीज से पूछा गया था कि आस्ट्रेलिया की धरती पर इस तरह की जासूसी रोकने और ऐसा नहीं करने के लिए वह मोदी से क्या कुछ कहेंगे। आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने कहा, ”मैं कूटनीतिक तरीके से काम करता हूं और इस तरह की चर्चा करता हूं और इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस तरह का मुद्दा उठाया जाएगा।” अल्बनीज ने गुरुवार को फिलाडेल्फिया में कहा,”लेकिन ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच संबंध बहुत मजबूत हैं। मैं प्रधानमंत्री मोदी से हमारी व्यापक आर्थिक साझेदारी के बारे में बात करूंगा, जिसे हम पूरा होते देखना चाहते हैं। हमारे दो महान देशों के बीच आर्थिक संबंध बढ़े हैं।”
क्या है पूरा मामला
उन्होंने कहा, ”…मैं निजी तौर पर मुद्दों को उठाता हूं – कि हम कूटनीतिक तरीके से चीजों से कैसे निपटें, और मैं ऐसा करना जारी रखूंगा।” खबरों के अनुसार, आस्ट्रेलिया ने संवेदनशील रक्षा परियोजनाओं और हवाई अड्डा सुरक्षा के बारे में ”गोपनीय दस्तावेज चुराने” की कथित कोशिश करने को लेकर 2020 में दो भारतीय जासूसों को निष्कासित कर दिया था। ‘द ऑस्ट्रेलियन’ और ‘द सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ ने अपनी खबरों में कहा था कि दो भारतीय जासूसों को जबरन निकाल दिया गया, जबकि ‘आस्ट्रेलियन बॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन’ (एबीसी) ने कोई संख्या नहीं बताई।
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