वॉशिंगटन । भारत की ओर से ऑस्ट्रेलिया को मालाबार सैन्य अभ्यास में शामिल होने के लिए औपचारिक तौर पर निमंत्रण भेजे जाने के निर्णय का अमेरिका ने स्वागत किया है। अमेरिकी सीनेटर्स का कहना है कि चीन की बढ़ती सैन्य और आर्थिक मुखरता के सामने क्वाड को मजबूत करना और अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।
भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू को लिखे गए पत्र में सीनेटर्स ने लिखा है कि चीन की बढ़ती सैन्य और आर्थिक मुखरता के सामने क्वाड को मजबूत करना और अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।
जहां एक ओर दुनिया में कोरोना के कारण अर्थ व्यवस्था में गिरावट दर्ज हुई है, वहीं दूसरी ओर चीन ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में अपने सैन्य बलों का विस्तार करने के लिए इसे अवसरवादी रूप से देखा है। इन घातक कार्यों के जवाब में अमेरिका ने नई पहल पैसिफिक डेटरेंस इनिशिएटिव के जरिए इस क्षेत्र के साथ अपनी बढ़ती प्रतिबद्धता का संकेत दिया है।
सीनेटर्स ने यह भी कहा है कि यह जरूरी है कि भारत- अमेरिका क्वाड सदस्यों के साथ-साथ न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया और वियतनाम के बीच हाल ही में हुई चर्चाओं के आधार पर मिलकर काम करे ताकि वायरस के प्रसार को रोकने और एक प्रभावी वैक्सीन विकसित करने में मदद मिले और सभी के प्रयासों में समन्वय स्थापित किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि अगले महीने मालाबार में होने वाले नौसेना अभ्यास में भारत सहित जापान और अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया भी इसमें शामिल हो रहे हैं। इस संयुक्त अभ्यास से 4 प्रमुख रक्षा सहयोगी और लोकतंत्र एक क्षेत्र में एक साथ एकत्रित होंगे।
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