भारत और अमेरिका से अपने बिगड़ते रिश्तों से परेशान चीन के लिए अब ऑस्ट्रेलिया नई दिक्कतें पैदा करने में लगा हुआ है। साउथ चाइना सी को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद अब काफी गहराता जा रहा है। इस विवाद में ऑस्ट्रेलिया किसी भी हाल में चीन के सामने झुकने को तैयार नहीं है।
चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच ये सब कुछ उस वक्त में हो रहा है, जब चीन पहले से ही भारत और अमेरिका से भी उलझा हुआ है। पूर्वी लद्दाख में भारत के साथ चीन का सीमा विवाद भी गहराया हुआ है तो दूसरी तरफ अमेरिका से भी चीन के रिश्ते दिनों-दिन बगड़ते जा रहे हैं। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया से दुश्मनी चीन के लिए बहुत खतरनाक साबित होने वाली है। साउथ चाइना सी को लेकर ऑस्ट्रेलिया चीन के खिलाफ यूएन तक चला गया और यूएन में घोषणा पत्र दायर करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने साफ कर दिया कि चीन साउथ चाइना सी पर जो कुछ भी दावा कर रहा है, वो सही नहीं है।
साउथ चाइना सी पर ऑस्ट्रेलिया ने क्या कहा ?
साउथ चाइना सी के स्पार्टली द्वीप पर चीन का दावा गैर-कानूनी है
पार्सल द्वीप पर भी चीन का दावा सही नहीं है
चीन का दावा समुद्री सीमा के लिए तय UN के घोषणा पत्र के उलट है
इन सारी बातों के बीच आर्थिक मोर्चे पर भी चीन हर तरफ से मुंह की खा रहा है। पहले भारत से रिश्ते बिगड़े तो चीन को घाटा सहना पड़ा है। वहीं साउथ चाइना सी को लेकर ऑस्ट्रेलिया से जैसे ही चीन के रिश्ते बिगड़ने लगे तो वहां से भी बिजनेस पर प्रतिबंध लग गए हैं। अमेरिका भी लगातार चीन के खिलाफ बोल रहा है। खासकर कोरोना वायरस के पूरी दुनिया में फैलने के बाद अमेरिका ने खुलकर चीन को खरी खोटी सुनाई और कहा कि कोरोना वायरस को पूरी दुनिया में बांटने के लिए सिर्फ और सिर्फ चीन ही जिम्मेदार है।
अमेरिका से चीन के रिश्ते तेजी से बिगड़ते देख ऑस्ट्रेलिया ने अपने सैन्य खर्चे में बढ़ोत्तरी की बात भी कही है। उसने कहा कि इंडो-पैसिफ़िक क्षेत्र में अमरीका और चीन में बढ़ते तनाव के बीच ऑस्ट्रेलिया अपने सैन्य ख़र्च में बड़ी बढ़ोत्तरी करेगा।
चीन के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की तैयारी
ऑस्ट्रेलिया अगले 10 साल में सेना का बजट बढ़ाएगा
सेना का बजट बढ़ाकर 270 अरब ऑस्ट्रेलियन डॉलर करेगा
कुल रक्षा बजट में ये 40 फ़ीसदी की बढोत्तरी है
इन बातों के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने कई क्षेत्रों का जिक्र किया, जिसमें भारत और चीन के बीच सीमा विवाद, दक्षिणी चीन सागर और पूर्वी चीन सागर भी शामिल है। ये सारी वो बातें हैं जिसे लेकर चीन लगातार कई देशों के साथ उलझता रहा है। चीन के खिलाफ भारत की नज़र भी लगातार बनी हुई है। भारत हर तरह से सिर्फ बातचीत के आधार पर चीन से रिश्तों को ठीक करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन चीन की हरकतों से सब कुछ बातचीत से हल होता दिख नहीं रहा है।
अब चीन चारों तरफ से घिरा हुआ है। अमेरिका से लेकर ऑस्ट्रेलिया और फिर भारत से उसका विवाद दिनों-दिन गहरा रहा है। ऐसे में चीन के लिए आने वाले दिन मुश्किल भरे हो सकते हैं।
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