नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया (Australia) में भी अब सरकारी डिवाइसेज (official devices) पर चीनी शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक (Tiktok Ban) के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है. आस्ट्रेलिया सरकार (Australian government) ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए तुरंत प्रभाव से इस फैसले को अमल में लाने का आदेश दिया है. अब चीनी ऐप को किसी भी सरकारी कर्मचारी या ऑस्ट्रेलियाई सांसदों के फोन, कम्प्यूटर पर इंस्टॉल नहीं किया जाएगा. इससे पहले अमेरिका, ब्रिटेन, न्यूजीलैंड और फ्रांस भी सुरक्षा कारणों से टिकटॉक पर ऐसा ही प्रतिबंध लगा चुके हैं. हालांकि टिकटॉक की पेरेंट कंपनी बाइट डांस ने जासूसी के आरोपों को सिरे से खारिज किया है.
आस्ट्रेलियाई टॉर्नी-जनरल मार्क ड्रेफस ने खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों की सलाह लेने के बाद मंगलवार को प्रतिबंध की घोषणा करते हुए कहा कि इस आदेश केा “जितनी जल्दी संभव हो सके” लागू किया जाएगा. सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, आस्ट्रेलियाई सरकार के टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए आस्ट्रेलिया टिकटॉक मैनेजर ली हंटर ने कहा कि सरकार के इस फैसले से कंपनी निराश है. हंटर ने फैसले को राजनीति से प्रेरित बताया.
अटॉर्नी जनरल के डिपार्टमेंट द्वारा नोटिस में कहा गया कि यूजर डेटा के व्यापक संग्रह और एक विदेशी सरकार से न्यायिक निर्देश प्राप्त करने के कारण टिकटॉक गंभीर सिक्योरिटी और प्राइवेसी संबंधी जोखिम पैदा कर रहा है. इसलिए सरकारी डिवाइसेज पर इसका इस्तेमाल रोका जाना चाहिए.
हंटर ने कहा कि कंपनी ने सरकार से इस संबंध में कई बार संपर्क करने की कोशिश की. अभी तक ऐसा कोई सबूत सामने नहीं आया है जिससे पता चले कि टिकटॉक से आस्ट्रेलिया की सुरक्षा को किसी भी तरह का खतरा है. टिकटॉक का कहना है कि आस्ट्रेलिया में 18 साल से ऊपर आयु के करीब 80 लाख लोग टिकटॉक का उपयोग कर रहे हैं. 2020 में भारत सरकार ने टिकटॉक को बैन किया था. अमेरिका, ब्रिटेन, न्यूजीलैंड, कनाडा, बेल्जियम और यूरोपियन कमीशन ने भी सरकारी डिवाइस पर टिकटॉक को बैन कर रखा है. सुरक्षा संबंधी कारणों से इन देशों ने चाइनीज शॉर्ट वीडियो ऐप पर प्रतिबंध लगाया है. टिकटॉक कई देशों की जांच के दायरे में आ गया है. इस बात का खतरा है कि टिकटॉक यूजर्स का डेटा चीन सरकार के साथ शेयर कर सकता है.
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