लुधियाना (Punjab)। पंजाब (Ludhiana) के लुधियाना (Ludhiana) में खालिस्तान समर्थकों (khalistan supporters) ने शनिवार सुबह अमृतसर से नई दिल्ली (Amritsar to New Delhi) जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस (12014) (Shatabdi Express (12014)) को पटरी से उतारने की कोशिश (derailment attempt) की। शरारती तत्वों ने ब्यास के पास नदी के पुल नंबर 102 पर रेलवे ट्रैक के 10 से 15 पेंड्रोल क्लिप खोल दिए। पास ही एक खालिस्तानी झंडा लगा हुआ था। रेलवे की इंजीनियरिंग विभाग की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पटरी को ठीक किया। उसके बाद अमृतसर स्टेशन से शताब्दी एक्सप्रेस को रवाना किया गया। जीआरपी सूत्रों ने बताया कि कनाडा नंबर से कॉल आई थी। जांच जारी है।
शनिवार सुबह करीब चार बजकर नौ मिनट पर जीआरपी के कंट्रोल रूम कॉल आई। उसने खुद को सिख फार जस्टिस के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का साथी बताते हुए कहा कि अमृतसर-ब्यास सेक्शन में पटरी के पेंड्रोल क्लिप खोल दिए हैं। इस पटरी से शताब्दी एक्सप्रेस गुजरने वाली है। समय बहुत कम है। ट्रेन को रोक सको तो रोक लो। धमकी भरी फोन कॉल के बाद जीआरपी, आरपीएफ और खुफिया विभाग सहित राज्य की सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। जिस समय फोन कॉल आई, उस वक्त दिल्ली की तरफ जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस (12014) अमृतसर स्टेशन पर चलने के लिए तैयार खड़ी थी।
ऐहतियात के तौर पर ट्रेन को अमृतसर स्टेशन पर ही रोक दिया गया। इसके बाद जीआरपी, आरपीएफ और इंजीनियरिंग विभाग ने अमृतसर-ब्यास सेक्शन में पटरी की जांच शुरू की। अमृतसर से जालंधर, लुधियाना, राजपुरा और अंबाला तक की रेलवे ट्रैक पर सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान ब्यास के पास किलोमीटर नंबर 490/11 के पास नदी के पुल नंबर 102 पर पटरी के करीब 10 से 15 पेंड्रोल क्लिप खुले मिले। रेलवे की टीम ने तुरंत कार्रवाई कर पटरी को ठीक किया।
कड़े पहरे में गुजरी ट्रेन, हर 2 किलोमीटर पर तैनात रही पुलिस
धमकी भरे फोन कॉल के बाद शनिवार को पूरे राज्य में रेलवे ट्रैक और ट्रेनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई। अमृतसर-दिल्ली रेलवे ट्रैक पर संवेदनशील जगहों पर पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई। शताब्दी एक्सप्रेस सहित तेज गति की सभी ट्रेनों को पुलिस के सख्त पहरे में गुजारा गया। पटरी के हर 2 किलोमीटर पर पुलिस बल तैनात रही। ट्रेनों के भीतर और रेलवे ट्रैक पर पुलिस की गश्त देर शाम तक जारी थी।
चार दिन पहले भी हुई थी ट्रेन को डिरेल करने की कोशिश
शनिवार की घटना से ठीक चार दिन पहले बुधवार रात को लुधियाना-फिरोजपुर एक्सप्रेस (04463) को डिरेल करने की कोशिश हुई थी। उस रात शरारती तत्वों ने मुल्लांपुर से चौकीमान के बीच पटरी पर पत्थर रख दिए थे। पत्थरों के ऊपर से जब ट्रेन गुजरी तो वह तेजी से हिल गई। इससे यात्री और रेल कर्मी डर गए और ट्रेन को रोक दिया गया।
जिस नंबर से फोन आया था, उसकी जांच जारी है। इस मामले को गंभीरता से देख रहे हैं। रेलवे ट्रैक की जांच जारी है। इसमें जिला पुलिस की मदद भी ले रहे हैं। इससे ज्यादा जानकारी देना अभी संभव नहीं हैं। -शशि प्रभा द्विवेदी डीजीपी, जीआरपी, पंजाब
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