मुंबईः महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में सहयोगी एनसीपी के नेता शरद पवार के आवास पर ट्रांसपोर्ट कर्मचारियों के प्रदर्शन को शिवसेना नेता संजय राउत ने साजिश करार दिया है. उन्होंने शनिवार को कहा कि जल्द ही इस बात का खुलासा हो जाएगा कि इसके पीछे कौन था. कोई है जो महाराष्ट्र में राजनीतिक और सामाजिक माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार के मुंबई स्थित घर के बाहर कथित हमले के मामले में पुलिस ने 103 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें एडवोकेट गुणरत्ना सदावर्ते भी शामिल हैं. शुक्रवार शाम को महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) के 100 से ज्यादा कर्मचारियों ने शरद पवार के घर पर अचानक धावा बोल दिया था. उन्होंने पवार के घर पर पथराव किया, जूते-चप्पल भी फेंके. ये लोग परिवहन निगम का विलय राज्य सरकार में करने की मांग कर रहे थे.
इस घटना को लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा कि शरद पवार के घर पर अचानक हुआ हमला खुफिया नाकामी थी, यह एक सच्चाई है. मामले की जांच के लिए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को नियुक्त किया गया है. वह ये भी पता लगाएंगे कि इसके पीछे किसका हाथ है. इससे पहले संजय राउत ने पवार के घर पर हमले के लिए अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी पर निशाना साधा था.
उन्होंने कहा था कि यह उन लोगों की साजिश है जिनकी आंखों में महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी- कांग्रेस की ‘एमवीए’ गठबंधन सरकार खटक रही है. सरकार ने MSRTC का विवाद सुलझाने के लिए सारे कदम उठाए. बातचीत के बाद कर्मचारियों की लगभग सारी मांगें मान ली गईं. लेकिन कोई अदृश्य ताकत माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है.
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