सहारनपुर: एटीएस (ATS) ने सहारनपुर से जैश-ए-मुहम्मद और तहरीक-ए-तालिबान (Jaish-e-Muhammad and Tehreek-e-Taliban) से जुड़े आतंकी को गिरफ्तार कर एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया. एटीएस ने उसकी पहचान मुहम्मद नदीम (Muhammad Nadeem) के रूप में की है. एटीएस की पूछताछ में आतंकी ने बताया कि पाकिस्तान के जैश की आतंकियों ने उसे नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) की हत्या का टास्क दिया गया था.
एटीएस ने प्रेस नोट (Press note) जारी कर बताया कि एजेंसी को सूचना मिली थी कि सहारनपुर के गंगोह थाना के कुंडाकलां गांव में एक शख्स जैश और तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) से प्रभावित होकर फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा है. इसके बाद मुहम्मद नदीम की पहचान करते हुए उससे पूछताछ की गई.
टीटीपी के आतंकी सैफुल्ला (पाकिस्तान) ने मुहम्मद नदीम को फिदायीन हमले की तैयारी के लिए ट्रेनिंग मटीरियल सोशल मीडिया के जरिए उपलब्ध करवाया था. इसी की मदद से नदीम सारा सामान इकट्ठा कर किसी सरकारी बिल्डिंग या पुलिस परिसर में हमला करने की साजिश में था. आतंकी के फोन की जांच की गई तो उसमें एक डॉक्यूमेंट मिला, जिसका शीर्षक Explosive Course Fidae Force था. मुहम्मद नदीम के फोन से पाकिस्तान और अफगानिस्तान के जैश-ए-मुहम्मद और टीटीपी के आतंकियों से चैट और ऑडिया मैसेज मिले हैं.
मुहम्मद नदीम ने पूछताछ में बताया कि वह व्हॉट्सएप, टेलीग्राम, आईएमओ, फेसबुक मैसेंजर, क्लब हाउस जैसे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के जरिए 2018 से जैश-ए-मुहम्मद और तहरीक-ए-तालिबान-ए-पाकिस्तान के संपर्क में है. उसने इन आतंकियों से उसने वर्चुअल नंबर बनाने की ट्रेनिंग ली. आतंकी संगठनों ने उसे 30 से ज्यादा वर्चुअल नंबर, वर्चुअल सोशल मीडिया आईडी बनाकर दी थीं.
एटीएस के मुताबिक आतंकी नदीम को अफगानिस्तान और पाकिस्तान में सक्रिय जैश और टीटीप के आतंकी सपेशल ट्रेनिंग देने के लिए पाकिस्तान बुला रहे थे. वह जल्द ही वीजा लेकर पाकिस्तान जाने वाला था. इसके बाद वह मिस्र के रास्ते सीरिया और अफगानिस्तान भी जाने की योजना बना रहा था. एटीएस को पता चला है कि भारत में आतंकी के संपर्क में कुछ और लोग भी हैं. फिलहाल एटीएस ने उनकी धरपकड़ के लिए भी कार्रवाई शुरू कर दी है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved