प्रयागराज (Prayagraj)। उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal murder case) के बाद अब माफिया अतीक अहमद (Mafia Ateeq Ahmed) और उसके भाई अशरफ का जेल में चल रहा खेल सामने आने लगा है। अतीक जेल में खेल का माहिर खिलाड़ी है। जेलों में उसकी बिछाई बिसात ही अशरफ समेत अन्य गैंग मेंबरों को ऐश करने का रास्ता दिखाती है। यूं तो जेल में माफियाओं का सिक्का चलने की कहानी आम है लेकिन अतीक गैंग (Ateeq Gang) की मॉडस अपरेंडी में जेल में सेटिंग और उसी शहर में ठिकाना सबसे अहम है। अतीक जिस भी शहर की जेल में रहा, उसका परिवार, करीबी और गैंग मेंबरों ने उस शहर को ही ठिकाना बना लिया। इधर जेल बदला, उधर अतीक परिवार ने सबसे पहले जेल के करीब सुरक्षित इलाके में फ्लैट लिया। परिवार और करीबियों के लिए उस शहर आने-जाने, रुकने और जेल में मिलाई करने में दिक्कत न हो इसकी पूरी प्लानिंग होती थी।
प्रयागराज (Prayagraj) के नैनी केंद्रीय कारागार में लंबे वक्त तक रहे माफिया अतीक ने जेल में खेल, गठजोड़ की कई इबारत लिखी। एक वक्त था जब केंद्रीय कारागार नैनी में अतीक का दरबार लगता था। राजू पाल हत्याकांड के बाद सपा सरकार के दौरान जेल में बंद अतीक, अशरफ और उसके गैंग मेंबरों के लिए नैनी जेल किसी आरामगाह से कम नहीं था। लग्जरी इंतजाम तो छोड़िए तब जेल में ही बैडमिंटन कोर्ट बना दिया गया था। खाने का मेन्यु, बैठका, दस्तरख्वान की चर्चाएं आज तक होती हैं। नैनी सेंट्रल जेल में सीखा-सिखाया खेल बाद में सूबे की आठ जेलों में बेरोकटोक चला।
अतीक को जब राज्य बदलकर गुजरात की जेल में शिफ्ट करने का आर्डर हुआ तो करीबियों ने अहमदाबाद शहर को असल ठिकाना बना लिया। असल में वहां यूपी पुलिस का रोल नहीं था, वहां की पुलिस अतीक और उसके गैंग के कारनामों को जानती नहीं थी इसलिए करीबियों के लिए वह दूसरे राज्य घूमने का बहाना और पिकनिक स्पॉट हो गया। प्रयागराज में पुलिस की सरगर्मी बढ़ती तो गैंग मेंबर अहमदाबाद घूम आते और बॉस से मिल लेते।
अहमदाबाद, बरेली, देवरिया, श्रावस्ती समेत आठ जेलों से किया खेल
अतीक अहमद सूबे का पहला ऐसा माफिया है जो सबसे ज्यादा जेलों से दरबदर हुआ। उत्तर प्रदेश की सात अहम जेलों का सफर तय करने वाले अतीक को अंत में राज्य से बाहर भेजने की कवायद चली। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अहमदाबाद की साबरमती जेल को चुना गया। उमेश पाल हत्याकांड के बाद जांच में जो कुछ सामने आ रहा है उससे साफ है कि अतीक ने वहां की जेल से भी खेल खेला। इससे पहले देवरिया, बरेली, श्रावस्ती, ललितपुर, बांदा, फतेहपुर और नैनी सेंट्रल जेल अतीक के किस्से कहानियां चर्चा में है।
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