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    आठनेर की बेटी शीतल लहरपुरे ने किया कमाल, इसरो में बनी वैज्ञानिक

  • February 22, 2022

    बैतूल। विकासखंड मुख्यालय आठनेर में साधारण परिवार में जन्मी शीतल लहरपुरे (Sheetal Laharpure) ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो (Indian Space Research Organization ISRO) में वैज्ञानिक के पद पर चयनित होकर आठनेर सहित बैतूल जिले का नाम देशभर में रौशन किया है। इसरो की वैज्ञानिक बनी शीतल ने सरस्वती विद्या मंदिर (Saraswati Vidya Mandir) एवं उत्कृष्ट हायर सेकेण्डरी स्कूल आठनेर में हिन्दी माध्यम में स्कूली शिक्षा प्राप्त की। शीतल की इस उत्कृष्ट सफलता ने यह साबित कर दिया कि परिस्थितियां एवं शिक्षा का माध्यम लक्ष्य प्राप्त करने में आड़े नहीं आता। शीतल लहरपुरे के इसरो में वैज्ञानिक बनने पर आठनेर सहित जिले भर में उत्साह का माहौल है। सोशल मीडिया पर शीतल की सफलता को लेकर लगातार पोस्ट सांझा हो रही है। साथ ही शीतल के परिजनों को बधाई देने वालों का सोमवार को दिनभर उनके निवास पर लोगों का तांता लगा रहा।



    मैनिट भोपाल से है बीटेक पास आउट
    श्रीराम मंदिर साहू समाज ट्रस्ट आठनेर के अध्यक्ष बंशीलाल लहरपुरे की पोती तथा हार्डवेयर कारोबारी सरस्वती शिशु मंदिर आठनेर के अध्यक्ष लखनलाल लहरपुरे एवं राजश्री लहरपुरे की बेटी शीतल ने प्रायमरी से हाईस्कूल की शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर आठनेर एवं हायर सेकेण्डरी की शिक्षा उत्कृष्ट हायर सेकेण्डरी स्कूल में प्राप्त की। शीतल के पिता लखनलाल के मुताबिक उनकी बेटी शुरू से ही मेधावी छात्रा थी। उसने गणित विषय से कक्षा 12 वीं की परीक्षा 93 फीसदी अंको से प्राप्त की थी। जेईई के माध्यम से उसका प्रवेश एनआईटी मैनिट भोपाल में बीटेक (ई.सी.) में हुआ था। जहां से उसने उच्चतम अंक प्राप्त कर बीटेक की डिग्री प्राप्त की।

    यूपीएससी में चयनित नहीं होने पर इसरो को लक्ष्य बनाया
    उल्लेखनीय है कि इसरो की वैज्ञानिक बनी शीतल लहरपुरे ने एनआईटी मैनिट भोपाल से बीटेक करने के बाद भारत सरकार के संस्थान ईसीआईएल हैदराबाद में टेक्निकल ऑफीसर के पद पर चयन हुआ था। जहां लगभग एक साल तब जॉब करने के दौरान शीतल ने यूपीएससी की तैयारी की। यूपीएससी में कम अंको के मार्जिन से चयन नहीं होने के बाद शीतल ने इसरो में जाने लक्ष्य निर्धारित कर तैयारी शुरू की। 12 जनवरी 2020 को हुई लिखित परीक्षा एवं 28 जुलाई 2021 को हुए साक्षात्कार में सफलता हासिल करने के बाद शीतल लहरपुरे की नियुक्ति भारत सरकार अंतरिक्ष विभाग भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन समानव अंतरिक्ष उड़ान केन्द्र बेंगलूरू में वैज्ञानिक/ अभियंता एससी के पद पर हुई है। लखनलाल लहरपुरे ने बताया कि उनकी बेटी शीतल ने सोमवार को इसरो में वैज्ञानिक पद पर ज्वाइन कर लिया है।

    नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनी शीतल
    आठनेर की बेटी शीतल लहरपुरे की नियुक्ति इसरो में वैज्ञानिक पद पर होने से आठनेर क्षेत्र में खुशी की लहर है। साहू समाज आठनेर के युवा समाजसेवी गणेश लहरपुरे एवं विनोद पिपरोले के मुताबिक प्रतिष्ठित माने जाने वाले इसरो के वैज्ञानिक पद पर नियुक्त होकर शीतल ने परिवार, साहू समाज सहित आठनेर और बैतूल जिले का नाम देश भर में रौशन किया है। उन्होंने बताया कि शीतला की उत्कृष्ट सफलता नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा है। क्योकि ग्रामीण परिवेश में पली बढ़ी और हिन्दी माध्यम में शिक्षा प्राप्त कर शीतल ने इसरो में वैज्ञानिक पद पर पहुंचने का सफर तय किया है।

    माता-पिता को नगर परिषद ने किया सम्मानित
    देश के ख्यातिनाम और प्रतिष्ठित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो में वैज्ञानिक पद पर चयनित हुई आठनेर की बेटी शीतल लहरपुरे के परिजनों को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। सोमवार को नगर परिषद आठनेर द्वारा आयोजित सादे समारोह में शीतल की माताजी राजश्री लहरपुरे एवं पिताजी लखनलाल लहरपुरे को शाल श्रीफल से नगर परिषद अध्यक्ष सूरज राठौर ने सम्मानित किया। इस मौके पर सीएमओ दिनेश तिवारी, उपयंत्री राजेश बिकोड़े, पार्षद राजेन्द्र कालभोर, जानी पठान, विनोद पिपरोले सहित पार्षद तथा नपाकर्मी मौजूद थे।

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