मुंबई । रशिया-यूक्रेन के बीच युद्ध (Russia Ukraine War) में बम, मिसाइल, गोली-बारुद के धमाकों की आवाज ने दुनिया को हैरत और चिंता में डाल दिया है. ऐसे में दुनिया भर से कई लोग इस युद्ध पर अपने-अपने तरीके से प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं और रशिया से हमले रोकने की अपील कर रहे हैं. प्रतिक्रिया देने के तरीके अलग हो सकते हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों के संदेशों में समानता है, शांति को प्रधानता है. दुनिया भर से आई ढेर सारी प्रतिक्रियाएं आपने पढ़ी होंगी, सुनी होंगी. हम आपको बता रहे हैं कि इस संकट को लेकर महाराष्ट्र में मुंबई से रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया से सांसद और केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने क्या प्रतिक्रिया दी है.
रामदास आठवले हर मुद्दे पर अपने हट के अंदाज में प्रतिक्रिया देने के लिए जाने जाते हैं. वे संसद में भी इसी अंदाज में पेश आते हैं. हर बात में तुकबंदी भिड़ाते हैं. लोग हंस-हंस कर लोट-पोट हो जाते हैं. लेकिन यह मुद्दा बेहद गंभीर है. इसलिए आठवले ने अपनी बात संजीदगी से कही है. बस फर्क सिर्फ यही है कि उनके प्रतिक्रिया देने के तरीके में तब्दीली नहीं है. रशिया-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर रामदास आठवले ने अपने कविताई अंदाज में कहा है, ‘पुतिन का बिगड़ा है ब्रेन…इसलिए परेशान है यूक्रेन. ‘ इन शब्दों में अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए रामदास आठवले ने रशिया-यूक्रेन से अपील की है कि वे चर्चा करके रास्ता निकालें, शांति की उम्मीद जगा दें.
गो कोरोना गो कविता भी सोशल मीडिया पर हुई थी यो यो
इससे पहले रामदास आठवले द्वारा कोरोना पर कही गई ‘गो कोरोना गो’ कविता भी सोशल मीडिया में बहुत पॉपुलर हुई थी. अब रशिया-यूक्रेन संकट पर उन्होंने अपने हट के अंदाज में प्रतिक्रिया व्यक्त की है. इसके अलावा रामदास आठवले ने अन्य सामयिक मुद्दों पर भी अपनी प्रतिक्रियाएं दी. मराठा आरक्षण के मुद्दे को लेकर छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज और बीजेपी सांसद संभाजी राजे राज्य सरकार के रवैये से खफा हैं.
उन्होंने राज्य सरकार से 7 मांगें रखी थीं. इन मांगों के पूरा होने से महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर मुश्किलें कम हो सकती हैं और आरक्षण मिलने का रास्ता तैयार हो सकता है. लेकिन राज्य सरकार ने 15 दिनों में मांगे मान लेने का आश्वासन देकर 2 महीने तक मामले को लटाकाया. इस पर वे मुंबई के आजाद मैदान में आमरण अनशन पर बैठे हैं. इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आठवले ने कहा कि मराठा आरक्षण का वे समर्थन करते हैं और 2 मार्च को वे आजाद मैदान जाकर संभाजी राजे से मुलाकात करेंगे.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved