भोपाल। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज दूसरी पुण्यतिथि है। लॉकडाउन की वजह से प्रदेश में कहीं भी बड़ा कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा रहा है। भोपाल में प्रदेश भाजपा कार्यालय में अटलजी के चित्र पर माल्यापर्ण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में चुनिंदा लोग ही भाग लेंगे। इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर अटलजी को श्रद्धांजलि दी है।
मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा है कि- मैं गांव से भोपाल पढऩे आया था और छात्र रहते पहली बार चार बत्ती चौराहे पर जनसंघ के अध्यक्ष के रूप में स्व श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को सुना। वो दिन था और आज का दिन है, वह अपनी वाणी, विचार, ज्ञान और कविताओं के रूप में मुझमें जीवित हैं। उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें शत-शत नमन करता हूं। इससे पहले मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वापजेयी को कविताओं के माध्यम से याद किया। उन्होंने कहा कि ‘भारतभूमि सिर्फ जमीन का टुकड़ा नहीं है। यही जीता जागता राष्ट्रपुरुष है। हिमालय इसका मस्तिष्क है, कश्मीर किरीट है, गौरीशंकर इसकी शिखा है। पंजाब और बंगाल इसकी दो बाहु हैं। दिल्ली दिल है। विंध्याचल कटि है। नर्मदा करधनी है। पूर्वी घाट और पश्चिमी घाट विशाल जंघाएं हैं। कन्याकुमारी इसके पंजे हैं। सागर इसके पग पखारता है। पावस के कुंतल मेघ, काले-काले मेघ केश राशि हैं। सूर्य और चंद्रमा इसकी आरती उतारते हैं। ये वीरों की भूमि है। ये तर्पण की भूमि है। ये अर्पण की भूमि है। इसका कंकर-कंकर शंकर है। इसका बिन्दु-बिन्दु गंगाजल है। हम जिएंगे तो इसके लिए, मरेंगे तो इसके लिए। मरने के बाद जब अस्थियाँ विसर्जित होंगी तो जल से आवाज आएगी, भारत माता की जय।
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