भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा है कि प्रदेश के लगभग 17 जिलों से निकलने वाले नर्मदा एक्सप्रेस-वे (Narmada Expressway) और ग्वालियर-चंबल संभाग (Gwalior-Chambal Division) में विकसित होने वाले अटल प्रोग्रेस-वे (Progress-Way) के कार्य को युद्ध स्तर पर पूर्ण किया जाए। प्रदेश के औद्योगिक विकास और रोजगार (Industrial Development and Employment) के नए अवसर सृजित करने तथा नए नगरीय क्षेत्रों के विकास के लिए यह दोनों परियोजनाएँ दूरगामी निवेश हैं। यह परियोजनाएँ प्रदेश की प्रगति को नए आयाम देंगी।
चौहान (Chouhan) ने कहा कि दोनों ही परियोजनाओं में भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही को तेजी से पूर्ण किया जाए। प्रयास यह हो कि परियोजना निर्माण में अधिक से अधिक शासकीय भूमि का उपयोग हो। निजी भूमि अधिग्रहण में भूमि के बदले भूमि देने के विकल्प पर प्राथमिकता से कार्य करें। मुख्यमंत्री चौहान (Chief Minister Chouhan) ने कहा कि अटल प्रोगेस-वे (Progress-Way) के निर्माण में घडिय़ाल अभयारण्य (Gharial Sanctuary) को सुरक्षित रखा जाए। मुख्यमंत्री चौहान (Chief Minister Chouhan) ने कहा कि दोनों परियोजनाएँ शीघ्र पूर्ण करने के लिए भारत सरकार (Indian government) के स्तर पर वे संबंधित मंत्रियों से संवाद करेंगे।
ग्वालियर-चंबल का बढ़ रहा औद्योगिक पोटेंशियल
अटल प्रोग्रेस-वे भिंड, मुरैना तथा श्योपुर जिले से गुजरेगा। यह क्षेत्र दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस- वे, ईस्ट-वेस्ट कॉरीडोर, आगरा-कानपुर हाइवे के मध्य स्थित है। इसकी भौगोलिक स्थिति को देखते हुए यह क्षेत्र उत्कृष्ट औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा सकता है। दिल्ली तथा आसपास के राज्यों में बन रही परिस्थितियों के परिणाम स्वरूप इस क्षेत्र का औद्योगिक पोटेंशियल बढ़ रहा है। भिंड में लॉजिस्टिक हब, मुरैना में मल्टी प्रोडेक्ट औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने और श्योपुर में कृषि आधारित गतिविधियों को प्रोत्साहित करने की योजना है।
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