नई दिल्ली । आज भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी (Former Prime Minister Late Atal Bihari Vajpayee) की जयंती है। वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने। हालांकि उनके पहले दो कार्यकाल काफी छोटे रहे जिनमें से एक 13 दिन का तो दूसरा 13 महीने का रहा। 1999 में जब वे तीसरी बार पीएम बने तो 2004 तक 5 साल का कार्यकाल पूरा किया। अटल बिहारी वाजपेयी अपनी हाजिर जवाबी के लिए बहुत मशहूर थे। अक्सर ही अपनी हाजिर जवाबी से वह सामने वाले की बोलती बंद कर देते थे। ऐसे ही एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सबको चौंका दिया था जब कहा- ‘मैं अविवाहित हूं, लेकिन कुंवारा नहीं।‘
हाजिर जवाबी से कर दिया था दंग
जब भी कोई बड़ा शख्स अविवाहित रहे या रहने का फैसला करे तो आम लोगों में इसको लेकर बड़ा कौतूहल रहता है। वे इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश करते हैं। अटल बिहारी वाजपेयी भी आजीवन अविवाहित रहे। शादी न करने के सवाल पर वह अक्सर मुस्कुरा दिया करते थे, लेकिन एक बार तो अपनी हाजिर जवाबी से उन्होंने सबको दंग कर दिया। पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी से एक बार सवाल पूछा गया कि आप अब तक कुंवारे क्यों हैं? अपनी हाजिर जवाबी के लिए मशहूर वाजपेयी ने पत्रकारों को लाजवाब करते हुए कहा था कि ‘मैं अविवाहित हूं लेकिन कुंवारा नहीं हूं।’
अटल की हाजिर जवाबी के कई किस्से मशहूर हैं
अटल बिहारी के हाजिर जवाबी के कई किस्से मशहूर हैं। पाकिस्तान में मौजूद आतंकी कैंपों पर अटल ने कहा था- पड़ोसी कहते हैं कि एक हाथ से ताली नहीं बजती है, हमने कहा कि चुटकी तो बज सकती है। वहीं, एक बार पाकिस्तानी मंत्री ने कह दिया कि कश्मीर के बिना पाकिस्तान अधूरा है। इसपर अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रतिक्रिया दी कि पाकिस्तान के बिना हिंदुस्तान अधूरा है। एक बार एक पत्रकार ने अटल जी से कहा- बीजेपी में एक वाजपेयी का दल है, एक आडवाणी का दल है। इसपर अटल ने सधे हुए अंदाज में कहा था, ‘मैं कोई दलदल में नहीं हूं, मैं औरों के दलदल में अपना कमल खिलाता हूं।’
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