नई दिल्ली। फाल्गुन कृष्ण पक्ष नवमी 25 फरवरी दिन शुक्रवार की शाम को 6 बजकर 45 मिनट से मंगल (Mars) शनि देव की पहली राशि (Shani Dev’s first zodiac sign) मकर में प्रवेश (entering Capricorn) करेंगे जहाँ ये 7 अप्रैल 2022 तक अपनी उच्च राशि मकर में रह कर चराचर जगत को प्रभावित करेंगे। मेष से मीन राशि पर मंगल के राशि परिवर्तन का प्रभाव पड़ेगा।
मेष :- लग्नेश-अष्टमेश होकर दशम भाव में।
– मनोबल, नौकरी एवं सम्मान में वृद्धि
– पराक्रम एवं नेतृत्व क्षमता में वृद्धि
– भाई बहनों मित्रों का सहयोग सानिध्य
– अचानक व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि
– गृह एवं वाहन सुख एवं खर्च में वृद्धि
– जमीन जायदाद से जुड़े कार्यो में लाभ
उपाय :- मूंगा रत्न धारण करना लाभदायक होगा।
वृष :- सप्तमेश- व्ययेश होकर नवम भाव में।
– आर्थिक गतिविधियों में अच्छी प्रगति
– अचानक रुका धन मिलने का योग
– व्यापारिक कार्यो पर एवं यात्रा पर खर्च
– सुख के साधनों पर भी खर्च वृद्धि की स्थित
– साझेदारी व प्रेम संबंधों को लेकर तनाव खत्म
– जीवन साथी के स्वास्थ्य में सुधार
उपाय :- श्री हनुमानजी महाराज का दर्शन लाभ प्रदायक होगा
मिथुन :- आयेश-रोगेश होकर अष्टम भाव में।
– नयी व्यापार के शुरुआत व आर्थिक लाभ की स्थिति
– क्रोध में तीव्रता अतः नियंत्रण रखें
– परिश्रम एवं सम्मान को लेकर चिन्ता सम्भव
– वाणी में अचानक तीव्रता ,घर मे नया कार्य
– दाम्पत्य जीवन को लेकर थोड़ा उलझन संभव
– स्वास्थ्य एवं मानसिक स्तर पर थोड़ी चिंता संभव
उपाय :- लाल मसूर की दाल मंगलवार को गाय को खिलाएं।
कर्क :- राज्येश-पंचमेश होकर सप्तम भाव में।
– परिश्रम एवं पारिवारिक वृद्धि में सकारात्मक वृद्धि।
– पढ़ाई एवं सम्मान में वृद्धि तीव्र होगी
– संतान एवं पिता पक्ष से लाभ की स्थिति
– प्रतियोगिता में विजय की स्थिति सकारात्मक
– साझेदारी से लाभ एवं दैनिक आय में वृद्धि
– क्रोध पर नियंत्रण एवं गलतफहमी से दूरी रखें
उपाय :- मूंगा रत्न मूल कुंडली के अनुसार धारण करें।
सिंह :- भाग्येश-सुखेश होकर षष्ट भाव में।
– आय एवं लाभ में वृद्धि की संभावना ठीक
– व्यापारिक विस्तार पर खर्च के भी योग बनेंगे
– स्वास्थ्य विशेषकर आँख एवं पेट का ध्यान रखें।
– भाग्य में एवं पिता के सहयोग ,सानिध्य में वृद्धि।
– व्यक्तित्व एवं विचारों में सकारात्मक वृद्धि
– प्रतियोगिता में विजय की स्थिति बनेगी
उपाय :- मूंगा रत्न मूल कुंडली के अनुसार धारण करें।
कन्या :- अष्टमेश-पराक्रमेश होकर पंचम भाव में।
– आय एवं लाभ के साधनों में अवरोध के संयोग।
– पेट की समस्या अतः खान पान पर नियंत्रण रखें।
– पैतृक जमीन जायदाद,सम्पत्ति को लेकर तनाव
– भाई बहनों एवं मित्रो के सहयोग सानिध्य में वृद्धि
– संतान एवं पिता से संबंधों को लेकर चिन्ता
– अध्ययन अध्यापन को लेकर सामान्य अवरोध संभव
उपाय :- श्री हनुमानजी जी महाराज को सिंदूर मंगलवार को चढ़ाए। साथ ही लाल मसूर की दाल श्री हनुमान जी को चढ़ाते रहें।
तुला :- सप्तमेश-धनेश होकर चतुर्थ भाव में।
– नौकरी, पराक्रम एवं सम्मान में वृद्धि संभव
– प्रतियोगिता में विजय, परिवार में नया कार्य
– पिता एवं भाग्य का साथ प्राप्त होगा
– दाम्पत्य जीवन एवं प्रेम संबंध के लिए समय ठीक
– नयी साझेदारी एवं अचानक धन लाभ की स्थिति
– अचानक क्रोध में वृद्धि अतः नियंत्रण रखें।
उपाय :- श्री हनुमानजी का दर्शन करते रहें।
वृश्चिक :- लग्नेश- रोगेश होकर पराक्रम भाव में।
– भाई बहनों एवं मित्रो के सहयोग सानिध्य में वृद्धि
– सरकारी लाभ एवं पिता पक्ष से सुसमाचार की स्थिति
– अध्ययन,अध्यापन एवं प्रतियोगिता के लिए समय ठीक
– कार्यो एवं परिश्रम में भाग्य का साथ प्राप्त होगा
– प्रतियोगिता में विजय,रोग,कर्ज एवं शत्रु पराजित होंगे।
– मनोबल अच्छा आकर्षण एवं व्यक्तित्व में वृद्धि
उपाय :- भगवान भोलेनाथ का दर्शन एवं पूजन करें।
धनु :- पंचमेश- व्ययेश होकर धन भाव में।
– संतान पक्ष से सुसमाचार एवं प्रगति संभव ।
– अध्ययन, अध्यापन में रुचि बढ़ेगी, बौद्धिक प्रगति
– परिश्रम ज्यादा करने पर ही भाग्य का साथ प्राप्त होगा।
– वाणी में तीव्रता एवं परिवार में तनाव या विवाद
– स्वास्थ्य विशेषकर पेट की समस्या से खर्च वृद्धि
– धार्मिकता में कमी एवं पिता के स्वास्थ्य पर खर्च होगा
उपाय :- श्री हनुमानजी महाराज को सिंदूर मंगलवार को चढ़ाएं
मकर :- चतुर्थेश- लाभेश होकर लग्न भाव में।
– जमीन जायदाद,गृह, वाहन एवं घरेलू कार्यो पर खर्च
– व्यापारिक एवं अन्य यात्रा की भी संभावना
– अचानक क्रोध, झल्लाहट एवं आक्रामकता में वृद्धि
– माता के सुख, सहयोग, सानिध्य में वृद्धि
– साझेदारी में तनाव , दैनिक आय में अवरोध संभव
– क्रोध के कारण जीवन साथ एवं प्रेम संबंध में तनाव
उपाय :- मंगलवार के दिन शहद शिवलिंग पर चढ़ाएं।
कुम्भ :- पराक्रमेश- राज्येश होकर व्यय भाव में।
– पराक्रम एवं सम्मान के लिए खर्च वृद्धि सम्भव
– सामाजिक क्षेत्र से जुड़े लोगों को होगा लाभ
– आर्थिक गतिविधियों एवं व्यवसाय में प्रगति
– रोग, कर्ज, शत्रुओं पर एवं प्रतियोगिता में विजय
– कार्य स्थल में परिवर्तन, दूरस्थ यात्रा की भी संभावना
– साझेदारी से लाभ एवं दैनिक आय में प्रगति
उपाय :- श्री हनुमानजी का दर्शन करते रहें।
मीन :- धनेश- भाग्येश होकर लाभ भाव में।
– वाणी व्यवसाय से लाभ, व्यापारिक आय में वृद्धि
– बौद्धिक कार्यो में तनाव के साथ प्रगति
– पारिवारिक विकास सहित घरेलू सुखों में प्रगति,
– वाणी की तीव्रता में वृद्धि, प्रतियोगिता में विजय
– अध्ययन, अध्यापन से जुड़े लोगों को लाभ होगा
– संतान एवं पिता पक्ष से सुसमाचार मिल सकता
उपाय :- मूँगा रत्न मूल कुंडली के अनुसार धारण करें।
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