उज्जैन। शहर के हॉकी खिलाडिय़ों को हॉकी एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम की सौगात जल्द ही मिलने वाली है। जिला खेल विभाग इसकी तैयारी कर रहा है। ऐसे में जल्द ही इसके निर्माण को लेकर जगह और एजेंसी भी फाइनल हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में हॉकी का एस्ट्रो टर्फ बनाने की घोषणा की है। इसके बाद खेल विभाग इसका प्रस्ताव बनाने में जुट गया है। बता दें कि पहले इसे महानंदा नगर एरिना में बनाए जाने का प्लान था, लेकिन मुख्यमंत्री की मंशा अनुसार अब यह क्षीरसागर स्टेडियम या नानाखेड़ा स्थित राजमाता विजयाराजे सिंधिया खेल स्टेडियम में बनाया जाएगा।
जाहिर है कि उज्जैन में हॉकी खेल के सैकड़ों अच्छे खिलाड़ी है, लेकिन उन्हें खेल मैदान व अन्य सुविधाएँ नहीं मिल पा रही हैं। सबसे बड़ी कमी खिलाडिय़ों को एस्ट्रो हॉकी टर्फ स्टेडियम की हैं लेकिन अब इसके बनने के बाद उज्जैन में कई प्रतिभाएँ बेहतर प्रदर्शन कर उज्जैन व देश का नाम रोशन कर सकती है। इस संबंध में जिला खेल अधिकारी ओ.पी. हारोड़ ने बताया कि लंबे समय से हॉकी खिलाड़ी उज्जैन में हॉकी टर्फ स्टेडियम के लिए मांग कर रहे थे, लेकिन स्टेडियम के लिए जगह फाइनल नहीं होने के कारण इसका निर्माण नहीं हो पा रहा था। हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जिला खेल विभाग को उज्जैन शहर में ही इसके निर्माण करने के निर्देश दिए हैं। अब विभाग द्वारा इसकी डीपीआर तैयार करवाई जा रही हैं। फिलहाल अभी स्टेडियम के निर्माण के लिए जगह फाइनल नहीं हुई हैं। श्री हारोड़ ने बताया कि यदि क्षीरसागर स्टेडियम तकनीकी रूप से स्टेडियम के मापदंडों में खरा उतरा तो टर्फ यहाँ बनाया जाएगा, अन्यथा इसे नानाखेड़ा स्टेडियम में बनाया जाएगा। इस पर खेल विभाग करीब 10 से 15 करोड़ रुपए खर्च करेगा। इस साल इसका निर्माण शुरू होने की संभावना हैं।
खिलाडिय़ों को दूसरे शहर नहीं जाना पड़ेगा
श्री हारोड़ ने बताया कि हॉकी के सभी बड़े टूर्नामेंट एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम पर ही होते हैं। अभी तक उज्जैन के खिलाडिय़ों को बड़े टूर्नामेंट की प्रैक्टिस के लिए दूसरे शहरों में जाना पड़ता है। उज्जैन शहर में स्टेडियम में एस्ट्रो टर्फ बन जाने से खिलाड़ी यहीं प्रैक्टिस कर सकेंगे। इसके अलावा यहां बड़े हॉकी टूर्नामेंट भी हो सकेंगे और जिले में हॉकी को और बढ़ावा मिलेगा।
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