शिमला । हिमाचल प्रदेश में (In Himachal Pradesh) विधानसभा स्पीकर (Assembly Speaker) ने 15 बीजेपी विधायकों (15 BJP MLAs) को निष्कासित किया (Expeled) । हिमाचल प्रदेश में जारी राजनीतिक घमासान के बीच विधानसभा स्पीकर ने बुधवार को बीजेपी के 15 विधायकों को विधानसभा से निष्कासित कर दिया, जिसमें नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का भी नाम शामिल है।
हिमाचल प्रदेश में जारी सियासी संकट पर कांग्रेस को बड़ी राहत मिली है। विधानसभा में बुधवार को विपक्ष की अनुपस्थिति में हिमालय प्रदेश विनियोग विधेयक 2024 को पारित कर दिया गया। 15 भाजपा विधायकों के निष्कासन और अन्य 10 के वॉकआउट के बाद सुक्खू सरकार ने बजट को सदन से पास करा लिया और विधानसभा सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है।
बता दें कि बीजेपी के 15 विधायकों को तब निष्कासित किया गया है, जब वहां सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपने पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। विक्रमादित्य सिंह ने अपने इस्तीफे के पीछे की वजह बताते हुए कहा, लगातार विधानसभा में हमारे विधायकों की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा था, जिसकी वजह से सरकार में इस तरह की स्थिति पैदा हुई। विक्रमादित्य सिंह कांग्रेस के दिग्गज नेता और हिमाचल प्रदेश के 6 बार के मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह के बेटे हैं।
इससे पहले कांग्रेस विधायकों ने राज्य की एकमात्र राज्यसभा सीट पर क्रॉस वोटिंग की थी। बता दें कि बीजेपी के पक्ष में वोट करने वालों में सुधीर शर्मा (धर्मशाला) और राजिंदर राणा (सुजानपुर), दोनों मंत्री पद के इच्छुक; इंद्र दत्त लखनपाल (बड़सर); रवि ठाकुर (लाहौल-स्पीति); चैतन्य शर्मा (गगरेट); और देवेंदर भुट्टो (कुटलैहड़) का नाम शामिल है। इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायकों ने भी बीजेपी के पक्ष में वोट किया था। इस तरह कांग्रेस के खेमे में अब 34 विधायक हैं, तो वहीं बीजेपी के खेमे में भी विधायकों की संख्या इतनी ही है।
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