जयपुर (Jaypur)। इस साल राजस्थान (Rajsthan) में विधानसभा चुनाव (assembly elections) होने वाले हैं। जिसके लिए सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है, हालांकि अभी तक किसी भी पार्टी ने अपने अधिकृत प्रत्याशी घोषित नहीं किए है। दूसरी ओर राजस्थान बीजेपी में वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) के साइडलाइन होने के बावजूद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह वसुंधरा राजे सरकार के पिछले कामकाज की खुलकर तारीफ कर रहे हैं। बीजेपी पीएम मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ रही है।
चुनाव से पहले वसुंधरा राजे के साथ खेला क्यों हुआ? इसके अलग-अलग सियासी मायने बताए जा रहे हैं। सियासी जानकारों का कहना है कि वसुंधरा विरोधी लाॅबी की दिल्ली में मजबूत पकड़ है। ऐसे में इस लॉबी ने वसुंधरा राजे को सीएम फेस घोषित करने में अड़ंगा लगा दिया। दूसरी वजह यह भी बताई जा रही है कि वसुंधरा राजे उम्रदराज हो गई है।
पार्टी आलाकमान नए नेतृत्व को आगे करना चाहता है। हालांकि, वसुंधरा राजे के बाद कौन होगा? बीजेपी ने इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन माना जा रहा है कि इस रेस में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, राजेंद्र सिंह राठौड़ और पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के नाम प्रमुखता से शामिल है। सियासी जानकारों का कहना है कि बीजेपी के अदंर ही एक धड़ा एैसा भी है जो गडकरी और राजनाथ सिंह की तारीफ से असहज महसूस कर रहा है।
गडकरी ने की वसुंधरा राजे की तारीफ
भाजपा के परिवर्तन संकल्प यात्रा के चौथे रथ को रवाना करते समय नितिन गडकरी ने वसुंधरा राजे के कामकाज की तारीफ की। गडकरी ने कहा कि किसी शायर ने कहा है कि इधर भी गधे, उधर भी गधे। सब तरफ गधे ही गधे। अच्छे घोड़ों को नहीं घास, गधे खा रहे च्वयनप्राश। उन्होंने आगे कहा कि समझने वालों को इशारा ही काफी है।उनका कहना था कि राजस्थान में फिर से भाजपा का शासन लाना है। डबल इंजन की सरकार होने से राजस्थान की तकदीर बदल जाएगी। गडकरी ने आह्वान किया कि बीजेपी का शासन लाकर गांव, गरीब, मजदूर, किसान और युवाओं का भविष्य बदलना है। मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा का साथ देने की अपील भी की।
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