इंदौर। इंदौर की सेंट्रल जेल में कल एक रसूखदार बंदी से तलाशी के दौरान मोबाइल और सिम मिलने का मामला सामने आया। हत्या के आरोपी द्वारा जेल में एक माह से मोबाइल चलाया जा रहा था। हद तो उस समय हो गई, जब उक्त कैदी ने तलाशी का विरोध करते हुए हंगामा कर डाला और अपने साथी कैदी के साथ मिलकर तलाशी ले रहे दो सिपाहियों की कॉलर पकडक़र पिटाई कर डाली।
मिली जानकारी के अनुसार सेंट्रल जेल में कल दोपहर चक्कर अधिकारी आईएस नागर सिपाहियों को साथ लेकर बैरकों की तलाशी करवा रहे थे। उस दौरान बैरक नंबर 7/3 में हत्या के मामले में बंद कैदी जुबेर पिता मौलाना तथा उसके साथी अंकुर पिता संतोष रजक ने तलाशी ले रहे दो सिपाहियों ललित मछलियां एवं बलरामसिंह के साथ विवाद करते हुए मारपीट कर डाली। बताया गया है कि घटना के कारण जेल परिसर में अफरातफरी मच गई थी । सूत्रों ने बताया कि सिपाहियों ने जब जुबेर तथा अकुर की तलाशी ली तो जुबेर के पास एक सिम और मोबाइल मिला, जो जेलर ने एमजी रोड पुलिस को सौंप दिया।
पुलिस ने इस मामले में दोनों कैदियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी जुबेर को 17 नवंबर 2023 को भोपाल जेल से तथा अंकुर रजक को 7 मार्च 2022 को ग्वालियर जेल से प्रशासनिक आघार पर केंद्रीय जेल इंदौर भेजा था। कल की घटना के बाद दोनों को सेल में शिफ्ट कर दिया गया है। प्रभारी जेल अधीक्षक संतोष लाडिय़ा ने बताया कि उत्पाती कैदियों को अन्य जेल स्थानांतरित करने के लिए मुख्यालय को पत्र लिखा गया है। घटना के बाद जेल में सतर्कता बढ़ा दी गई है। वहीं रसूखदार कैदियों को अलग-अलग बैरकों में शिफ्ट किया गया है, ताकि फिर से वह अपना साम्राज्य स्थापित नहीं कर सकें। ज्ञात रहे कि दो दिन पूर्व जेल परिसर में तीन मोबाइल बैटरी मिली थीं। इसके बाद से जेल प्रशासन मोबाइल और सिम की खोज करवा रहा है।
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