-सांसद गौरव गोगोई ने एपीसीसी अध्यक्ष से चर्चा कर असम में ‘एकला चलो’ का दिया नारा
गुवाहाटी। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) अध्यक्ष भूपेन बोरा के साथ सांसद और लोकसभा में प्रतिपक्ष के उप नेता गौरव गोगोई के बीच राज्य में महागठबंधन के भविष्य को लेकर चर्चा हुई। गौरव गोगोई के बयान से यह साफ हो गया है कि कांग्रेस पार्टी आने वाले उप चुनाव समेत अन्य चुनावों के लिए ‘एकला चलो’ की राह पर आगे बढ़ने का निर्णय ले लिया है। ऐसे में महागठबंधन की दो प्रमुख पार्टियां कांग्रेस और एआईयूडीएफ एक तरह से अलग हो चुकी हैं।
बैठक के संबंध में गोगोई ने एक बयान जारी कर कहा, ”मेरा मानना है कि असम में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एआईसीसी) के लिए महागठबंधन से अलग होने का समय आ गया है। कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो भाजपा से मुकाबला कर सकती है।”
उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें उन निर्वाचन क्षेत्रों सहित पूरे असम में अपने पार्टी संगठन को मजबूत करने की जरूरत है जहां महागठबंधन के विधायक हैं। महागठबंधन का 2021 के चुनाव से कुछ महीने पहले ही गठन किया गया था। उन्होंने कहा कि इससे पहले पार्टी ने अपने दम पर विपक्षी दल के रूप में अपना कर्तव्य पूरा किया है। असम विधानसभा के अंदर पार्टी अब भी अन्य विपक्षी दलों के साथ परामर्श कर भाजपा सरकार जनविरोधी नीतियों का विरोध करती है। लोगों को कांग्रेस पार्टी से बहुत उम्मीदें हैं और अगर हम उन्हें पूरा करते हैं, तो हम 2026 में अगली सरकार बनाएंगे। ये भावनाएं न केवल मेरी हैं, बल्कि राज्य भर के हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं की है। (एजेंसी, हि.स.)
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