पटना । राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी (RJD spokesperson Mrityunjay Tiwari) ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma) राज्य के लोगों के लिए कोई काम नहीं कर रहे हैं (Is not doing any work for the People of the State) ।
असम सरकार द्वारा आधार कार्ड बनवाने के लिए एनआरसी आवेदन संख्या को अनिवार्य किये जाने के आदेश के बाद राष्ट्रीय जनता दल प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि वह उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से प्रतिस्पर्धा में व्यस्त हैं ।
मृत्युंजय तिवारी ने कहा, “असम के मुख्यमंत्री असम की जनता के लिए कोई काम नहीं कर रहे हैं। उनको तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से प्रतिस्पर्धा करनी है। वह हिंदू-मुस्लिम, एनआरसी, मंदिर-मस्जिद, भारत-पाकिस्तान करने में लगे हुए हैं। जो काम करने के लिए उन्होंने शपथ ली है, जनता ने उनको जो जिम्मेदारी दी है, वह उस काम को करें तो यह ज्यादा असम के हित में होगा।”
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को कहा था कि कुछ जिलों में आधार कार्ड बनवाने के लिए लोगों को एनआरसी नंबर देने होंगे। असम में अवैध घुसपैठ का मामला काफी पहले से चिंता का विषय रहा है। हाल ही में पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बीच घुसपैठियों की संख्या बढ़ गई है। इस पर प्रदेश सरकार लगातार नजर बनाए हुए है। सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “असम के कुछ विशेष जिलों में जनसंख्या से अधिक लोगों ने आधार कार्ड का आवेदन किया है। इसलिए हम उन्हीं को आधार कार्ड जारी करेंगे, जिनके पास एनआरसी नंबर हो, ताकि घुसपैठियों को नागरिकता न मिले।”
असम सरकार के अनुसार, इस साल जनवरी से अब तक 54 घुसपैठिये पकड़े गए हैं। इनमें करीमगंज जिले में 48, बोंगईगांव जिले में चार, और हाफलोंग जीआरपी तथा धुबरी जिलों में एक-एक घुसपैठिया पकड़ा गया है। पकड़े गए लोगों में से 45 को उनके देश वापस भेज दिया गया, जबकि नौ को करीमगंज में गिरफ्तार कर लिया गया। इसके अलावा, ऊपरी असम और उत्तरी असम के जिलों में संदिग्ध गैर-भारतीय नागरिकों और विदेशी मूल के व्यक्तियों की उपस्थिति की खबरें भी सरकार को मिल रही हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved