500 से अधिक लोगों ने लगवाया बूस्टर डोज, तीन निजी अस्पतालों में कोविशील्ड उपलब्ध, एक कोरोना मरीज भी मिला
इंदौर। अधिकांश विशेषज्ञों का स्पष्ट कहना है कि कोरोना के नए वैरिएंट से कोई खतरा नहीं है, सतर्कता अवश्य बरतें, वहीं मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने भी आश्वस्त किया कि हमारा प्रदेश सुरक्षित है। बूस्टर डोज (booster dose) अवश्य लगवाया जाए। इधर इंदौर में चूंकि अधिकांश लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन लगी है, मगर उसके डोज ही सरकारी केन्द्रों पर उपलब्ध नहीं है। लिहाजा 20 हजार कोविशील्ड डोज (covishield dose) की मांग शासन से की गई है। अभी 11 सेंटरों पर कोवैक्सीन ही लग रही है। अलबत्ता तीन निजी अस्पतालों के पास अवश्य कोविशील्ड के डोज हैं। दो दिनों में लगभग 500 लोगों ने बूस्टर डोज लगवाए हैं, वहीं एक कोरोना का मरीज मिलने की भी जानकारी सामने आई।
देश में ओमिक्रॉन (Omicrone) की जो तीसरी लहर आई थी, उसने अधिकांश इंदौरियों को भी संक्रमित किया था। अभी जो नया हल्ला कोरोना को लेकर मचा है, उसके संबंध में दो दिन पहले अग्निबाण ने ही यह खुलासा किया था कि जिस वैरिएंट को लेकर चिंता जताई जा रही है, वह 6 महीने से इस देश में मौजूद है और अब उसकी पुष्टि सभी विशेषज्ञों ने भी कर दी है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भी कोविड को लेकर समीक्षा की। उसमें बताया कि जनता से घबराने की कतई जरूरत नहीं है। इस अपील के साथ भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सावधानी बरतने, मॉकड्रिल के माध्यम से अस्पताल, दवाई, ऑक्सीजन की व्यवस्थाएं देखने, बूस्टर डोज लगवाने की बात कही है। हालांकि अभी मास्क की अनिवार्यता को लेकर ना तो केन्द्र और राज्य सरकार ने कोई निर्णय लिया है। सलाह अवश्य दी जा रही है कि बाहर निकलने पर मास्क का इस्तेमाल किया जाए, वहीं जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता के मुताबिक फिलहाल कोविशील्ड की डोज नहीं है। लिहाजा 20 हजार डोज की मांग की गई है। कोवैक्सीन के डोज अवश्य उपलब्ध हैं, जो हुकुमचंद पॉलिक्लीनिक मल्हारगंज, राजेन्द्र नगर, एमओजी, मांगीलाल चूरिया, बाणगंगा, सीडी अरण्य, भंवरकुआं, खजराना, पीसी सेठी और एमवाय ऑडिटोरियम में बने सेंटरों में ये कोवैक्सीन की डोज नि:शुल्क लगाई जा रही है। इंदौर जिले में हालांकि शत-प्रतिशत आबादी को दोनों डोज लग गए थे और 25 फीसदी से अधिक ने बूस्टर डोज भी लगवा लिए हैं। अभी कोरोना को लेकर जो हल्ला मच रहा है, उसके चलते एक बार फिर बूस्टर डोज की पूछ-परख बढ़ गई और दो दिन में 500 लोगों ने ये बूस्टर डोज लगवा लिए हैं। चूंकि इंदौर में अधिकांश डोज कोविशील्ड वैक्सीन के लगे हैं, जो कि सरकारी केन्द्रों पर अभी उपलब्ध नहीं हैं, जिसके चलते कई लोगों को बूस्टर डोज के लिए परेशान भी होना पड़ रहा है। ये डोज अभी तीन प्राइवेट अस्पतालों में अवश्य उपलब्ध बताए जा रहे हैं, जिनमें मेदांता, चोइथराम और रिकवरी हॉस्पिटल शामिल हैं, जहां पर शासन द्वारा तय की गई राशि पर डोज लगाए जा रहे हैं। जिन 11 केन्द्रों पर कोवैक्सीन डोज उपलब्ध हैं, वहां पर 200-200 डोज रखवाए गए हैं। हालांकि अभी भी अधिक संख्या में लोग वैक्सीन से बच रहे हैं, क्योंकि पिछले दिनों हार्ट अटैक से लेकर कई अन्य समस्याएं भी सामने आई हैं। इधर एक कोरोना मरीज के मिलने की भी सूचना आई, जो सामान्य सर्दी-जुकाम से भी पीडि़त है। एयरपोर्ट पर भी आज से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों से आने वालों की जांच शुरू की जा रही है।
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