img-fluid

श्रीनगर में 26 मार्च से खुलेगा एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन, इतने किस्मों के फूलों का कर सकेंगे दीदार

March 21, 2025

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर स्थित एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन जनता के लिए 26 मार्च को खोल दिया जाएगा। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि डल झील और जबरवान पहाड़ियों के बीच स्थित ट्यूलिप गार्डन कश्मीर घाटी में पर्यटन सीजन की शुरुआत का प्रतीक होगा। इस सीजन में बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद जताई जा रही है। हर हाल फूलों को देखने के लिए लोग यहां पर आते हैं।

ट्यूलिप गार्डन के सहायक पुष्पकृषि अधिकारी आसिफ अहमद ने बताया कि यह गार्डन 26 मार्च को जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला इस उद्यान को जनता के लिए खोलेंगे। अहमद ने बताया कि विभाग ने उद्यान में इस साल ट्यूलिप की दो नयी किस्में लगाई हैं। उन्होंने बताया कि हम हर साल ट्यूलिप गार्डन के लिए कुछ नया करने की कोशिश करते हैं। हमने इस साल ट्यूलिप की दो नयी किस्में जोड़ी हैं, जिससे इसकी कुल संख्या 74 हो गई है।


पुष्पकृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन’ को पहले सिराज बाग के नाम से जाना जाता था। उन्होंने बताया कि यह उद्यान अब जनता के लिए खोल दिया जाएगा क्योंकि यहां विभिन्न रंगों के ट्यूलिप खिलने शुरू हो गए हैं। पुष्पकृषि विभाग चरणबद्ध तरीके से ट्यूलिप की गांठों को लगाता है ताकि फूल एक महीने या उससे अधिक समय तक खिले रहें।

जम्मू कश्मीर के तत्कालीन मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने साल 2007 में ‘इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन’ की स्थापना की थी जिससे यहां पर्यटन सीजन को विस्तारित किया जा सके। केंद्र शासित प्रदेश में पहले पर्यटन सीजन गर्मियों और सर्दियों तक ही सीमित रहता था।

Share:

  • भारत में 40 फीसदी महिलाएं ब्रेस्‍ट कैंसर का शिकार, अन्‍य देशों की तुलना में जीवित रहने की दर भी कम

    Sat Mar 22 , 2025
    नई दिल्ली। इन्सानी जीन में म्यूटेशन से स्तन कोशिकाओं (breast cells) की अनियंत्रित वृद्धि होती है जिसे सामान्य तौर पर स्तन कैंसर कहा जाता है। एक अनुमान के मुताबिक, भारत में तकरीबन 40 फीसदी युवा महिलाएं स्तन कैंसर की चपेट में है। यहां गंभीर सवाल यह है कि जांच और इलाज के बाद भी भारत […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved