बुधवार को सर्वे के दौरान दोपहर बाद हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की राष्ट्रीय अध्यक्ष और भोजशाला प्रकरण की याचिकाकर्ता रंजना अग्निहोत्री भोजशाला पहुंचीं और सर्वे कार्य को देखा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सर्वे में अभी काफी समय लगेगा। इसलिए एएसआई को अयोध्या की तर्ज पर न्यायालय में आवेदन देकर सर्वे का समय बढ़वाना चाहिए।उन्होंने बताया कि सर्वे में अभी क्लीनिंग, ब्रशिंग की प्रक्रिया की जा रही है। जो अवशेष मिल रहे हैं, उनके पैकेट बनाकर रखे जा रहे हैं। भोजशाला के कुछ भाग में काम शुरू हुआ है, जो पहले चरण में चल रहा है। उन्होंने बताया कि यह बहुत ही धीमी प्रक्रिया होती है। इसमें एएसआई अपने हिसाब से कार्य को धीरे-धीरे करती है। मेरा अनुमान है कि सर्वे कार्य में काफी वक्त लगेगा।
उन्होंने कहा कि छह सप्ताह में सर्वे का काम पूरा होना संभव नहीं है। ऐसे में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को न्यायालय के समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर समय सीमा बढ़वानी होगी। जिस तरह अयोध्या में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने दो से तीन बार आवेदन देकर समय बढ़वाया था। ठीक इसी तरह यहां भी समय बढ़वाना होगा। सर्वे में किसी भी तरह से किसी भी लेयर को नुकसान नहीं हो, इसलिए धीमे और सुरक्षित तरीके से काम होता है। खोदाई में भी कुछ अवशेष प्राप्त हुए हैं, जिनकी फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी भी करवाई गई है।