भिंड। नियमितीकरण की मांग को लेकर धरना दे रही आशा, ऊषा और सहयोगिनी कार्यकर्ताओं ने शनिवार को अनूठे अंदाज में विरोध प्रकट किया। वे जिला अस्पताल परिसर में स्थित एक पेड़ पर चढ़कर बैठ गई और बोली जब तक परमानेंट (permanent) होने का आदेश नहीं आ जाता, तब तक वे पेड़ से नहीं उतरेगी।
साथ ही धमकी दी कि यदि सरकार (Government) ने उनकी मांगें नहीं मानी तो वे पेड़ से कूदकर अपनी जान दे देंगी। हालांकि शाम होते ही वे खुद पेड़ से उतरकर घर चली गई। बता दें कि आशा, ऊषा और सहयोगिनी कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर एक जून से धरना दे रही है।
राज्यमंत्री का दो बार घेराव कर चुकी हैं
आंदोलन के दौरान आशा-ऊषा कार्यकर्ता दो बार राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया (OPS Bhadauria) का घेराव भी कर चुकी हैं। एक बार उन्हें राज्यमंत्री भदौरिया के गुस्से का शिकार भी होना पड़ा। लेकिन उनका प्रदर्शन लगातार जारी है। वे नियमितीकरण के साथ मानदेय बढ़ोत्तरी की भी मांग कर रही है।
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