मुंबई। 60-70 के दशक की हिंदी फिल्म इंडस्ट्री (Hindi film industry) की मशहूर हीरोइन आशा पारेख (Asha Parekh) का जन्म 2 अक्टूबर 1942 को मुंबई (Mumbai) में हुआ था. आशा ने कई सुपरहिट फिल्में बॉलीवुड (Bollywood) को दी हैं. अपने जमाने की टॉप एक्ट्रेस (Top Actress) में शुमार आशा पारेख (Asha Parekh) ने बाल कलाकार के रुप में फिल्मी दुनिया में कदम रखा था. वे 1971 में बेस्ट एक्ट्रेस के अवॉर्ड (Best Actress Award win) से नवाजी गईं थीं. सबको अपना दीवाना बना देने वाली आशा भी किसी की ऐसी दीवानी हुईं कि जीवन भर शादी न करने का फैसला कर लिया. आज उनके जन्मदिन पर बताते हैं एक्ट्रेस की लाइफ से जुड़े कुछ किस्से.
आशा पारेख (Asha Parekh) ने फिल्म ‘मां’ से बतौर बाल कलाकार अपना फिल्मी करियर शुरू किया था. एक्ट्रेस के तौर पर उनकी पहली फिल्म रही ‘दिल दे के देखो’, जो जबरदस्त हिट हुई और आशा पारेख (Asha Parekh) के नाम का डंका बजने लगा. इसके बाद उन्होंने ‘कटी पतंग’ ‘आन मिलो सजना’, ‘घराना’, ‘भरोसा’, ‘मेरे सनम’, ‘तीसरी मंजिल’, ‘दो बदन’, ‘उपकार’ जैसी सफल फिल्में दीं. लंबे समय तक फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा रहीं आशा पारेख ने करीब 80 फिल्मों में काम किया. नृत्य में पारंगत आशा पारेख (Asha Parekh) ने देश ही नहीं विदेशों में स्टेज परफॉर्मेंस दिए हैं. लीजेंड एक्ट्रेस भारतीय सेंसर बोर्ड की प्रेसिडेंट भी रह चुकी हैं.
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