नई दिल्ली: इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में आयोजित असियान समिट 2023 ने चीन को नई टेंशन दे दी है. ASEAN समिट में चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग ने कहा कि दुनिया को शीत युद्ध और किसी भी तरह की गुटबाजी व क्षेत्रीय स्तर पर प्रतिद्वंदिता से बचना चाहिए. इंडोनेशिया में आयोजित आसियान समिट में जुटे जापान, साउथ कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और भारत के नेताओं की समिट में चीन ने कहा कि मौजूदा स्थिति में यह बहुत जरूरी है कि किसी ब्लॉक में जाने से बचा जाए.
चीन के प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्लॉक बनाने और किसी के पक्ष या विपक्ष में एकजुट होने से बचना चाहिए. इसकी बजाए सही ढंग से अपने मतभेदों और विवादों को सुलझाना चाहिए. बता दें कि हाल ही में चीन ने जो नक्शा जारी किया था, उसको लेकर जापान, भारत, फिलीपींस सहित 6 देशों ने ऐतराज जताया था. आसियान अध्यक्ष, इंडोनेशिया के विदेश मंत्री रेटनो मार्सुडी ने कहा, आसियान ने इस सप्ताह चीन के साथ जलमार्ग के लिए लंबे समय से चर्चा की गई आचार संहिता पर बातचीत में तेजी लाने पर चर्चा की.
उन्होंने कहा, यह मुद्दा आसियान-जापान शिखर सम्मेलन के दौरान भी उठा था, जहां नेताओं ने “क्षेत्र में, विशेष रूप से कोरियाई प्रायद्वीप और दक्षिण चीन सागर में स्थितियों को अनुकूल बनाए रखने के महत्व को व्यक्त किया”. दक्षिण पूर्व एशियाई समूह के कुछ सदस्यों ने चीन के साथ घनिष्ठ राजनयिक, व्यापारिक और सैन्य संबंध विकसित किए हैं जबकि अन्य अधिक सतर्क हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका ने भी अलग-अलग स्तर की सफलता के साथ आसियान देशों का स्वागत किया है.
अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने तो इस मीटिंग में भी चीन की चुनौती बढ़ा दी. उन्होंने आसियान देशों से कहा कि अमेरिका आप लोगों के साथ है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अमेरिका इंडो पैसिफिक और दक्षिण पूर्व एशिया में आप लोगों के साथ काम करने को तत्पर है.
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