लखनऊ। यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। गुरुवार को AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी बहराइच से अपने चुनावी अभियान का शंखनाद करने जा रहे हैं। वह वहां आज यूपी कैंप कार्यालय का उद्घाटन करेंगे। थोड़ी देर पहले ओवैसी का लखनऊ में कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया।
बताया जा रहा है कि ओवैसी इसी कैंप कार्यालय से पूर्वांचल के 27 जिलों की मानीटरिंग करेंगे। उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हाजी शौकत अली का बहराइच से चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। ओवैसी कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद बहराइच शहर स्थित सैय्यद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर मत्था भी टेकेंगे।
इस बीच उनके इस कदम से भाजपा को ओवैसी के साथ गठबंधन करने वाली ओमप्रकाश की सुभासपा पर हमला करने का एक और मौका मिल गया है। दरअसल अपने बहराइच दौरे के दौरान ओवैसी बहराइच शहर स्थित सैय्यद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर मत्था टेंकेंगे। बीजेपी का कहना है कि सैय्यद सालार मसूद गाजी, भारत पर 17 बार आक्रमण करने वाले महमूद गजनवी का भांजा था। उसे बहराइच में तत्कालीन टेढ़ी नदी के पास 1034 में महाराजा सुहेलदेव ने पांच दिन तक चले भयंकर युद्ध में हराकर मार डाला था।
इस वीरता के लिए राजा सुहेलदेव को इस इलाके में हिन्दू नायक के तौर पर पेश किया जाता रहा है। सुहेलदेव का सियासी महत्व ओम प्रकाश राजभर के लिए कितना अधिक है, इसका अंदाजा उनकी पार्टी के नाम (सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी) से ही लगाया जा सकता है। अब असुदुद्दीन ओवैसी मसूद गाजी की दरगाह उनकी मजार पर चादर पोशी के साथ यूपी में चुनावी अभियान का शंखनाद करेंगे। भाजपा ने इस पर ओमप्रकाश राजभर को घेरना शुरू कर दिया है। राजभर ने भी इस पर पलटवार करते हुए भाजपा को अपने गिरेबां में झांकने की नसीहत दी है।
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