अहमदाबाद। बिलकिस बानो गैंगरेप मामले में दोषियों को दोबारा जेल भेजने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मामले से जुड़े सभी 9 दोषी फैसले के बाद से फरार बताए जा रहे हैं। वे अपने घरों पर नहीं हैं और सभी के घरों पर ताले लगे हुए हैं। गौरतलब है कि कल सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार के फैसले को पलटते हुए दो सप्ताह के अंदर दोषियों को जेल भेजने का आदेश जारी किया था।
बिलकिस बानो गैंगरेप के 11 में से 9 आरोपी रंधिकपुर और सिंगवाड गांवों में रहते हैं। फैसले के बाद से ही इनके घरों पर ताले लगे हुए हैं। हालांकि हर घर के बाहर एक पुलिसकर्मी तैनात है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के कुछ घंटों बाद कोई भी दोषी अपने घर पर नहीं मिला और उनके रिश्तेदार भी इस बात को लेकर खामोश हैं कि आखिर वे नौ लोग कहां गए। दोषियों में से एक गोविंद नाई, (55) के पिता अखामभाई चतुरभाई रावल (87) ने दावा किया कि उनका बेटा निर्दोष था। रावल ने कहा कि गोविंद ने एक सप्ताह पहले घर छोड़ दिया था। एक स्थानीय पुलिसकर्मी ने बताया कि गोविंद 6 जनवरी को घर से निकला था। उधर अन्य आरोपी के रिश्तेदारों ने भी कहा कि आरोपियों ने 20-20 साल की सजा भुगत ली है और कोई भी जेल से फरार नहीं हुआ, बल्कि सरकार के आदेश पर विधिवत जेल से रिहा हुए हैं।
आरोपियों की तलाश में 6 टीमें बनाईं
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गुजरात पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस ने 6 टीमें बनाई हैं, जो रिश्तेदारों से चर्चा कर आरोपियों की तलाश शुरू करेगी।
डेढ़ साल में पहली बार हंसी हूं : बिलकिस
अहमदाबाद। बिलकिस बानो गैंगरेप मामले के दोषियों को जेल भेजने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बिलकिस बानो ने फैसले पर खुशी जताई। कहा कि डेढ़ साल बाद मैं पहली बार हंसी हूं। मेरे लिए तो आज ही नया साल है।
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