रीवा। रीवा जिले से ही आठ करोड़ 68 लाख ₹79 हजार से ज्यादा की बैंक गारंटी में खेला हुआ है, जिसमें से 7 समूहों के नाम सामने आ रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि इन शराब ठेकेदारों के रिश्तेदार मोरवा के बैंक अधिकारियों के सहयोग से उक्त बैंक की गारंटी बनवाकर आबकारी विभाग में जमा की गई है। यही हाल सतना एवं उमरिया जिले का है जहां मोरबा के बैंक से बैंक गारंटी बनवाकर आबकारी विभाग में बतौर अमानत जमा की गई है। रीवा आबकारी कार्यालय के साथ ही सतना उमरिया और बैढ़न जिले के जिला आबकारी अधिकारियों के चेहरे पर हवाइयां उड़ रही हैं। खबर के प्रकाशन एवं सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद जिला आबकारी अधिकारियों के होश उड़ गए! सभी अपने बचाव के रास्ते तलाश रहे हैं लेकिन कहीं से बचाव की गली नजर नहीं आ रही। सूत्रों ने बताया कि उमरिया जिले के नरोजाबाद समूह बैढन जिले के चटका समूह और सतना जिले के रेलवे स्टेशन समूह के शराब ठेकेदारों को बैंक गारंटी में बड़ा खेड़ा कर दिया
पूर्व विधायक एवं शराब कारोबारी की हो गई एंट्री….
निष्पादन प्रक्रिया में आबकारी विभाग की लापरवाही उजागर होने पर उनके गले की फांस बन गई मामला वाणिज्य मंत्रालय भोपाल के प्रमुख सचिव तक पहुंच गया नौकरी पर तलवार लटक के देख रीवा से सतना उमरिया और सिंगरौली जिले के आबकारी अधिकारी अपने गले का फंदा शराब ठेकेदारों के गले पर डाल रहे वहीं दूसरी ओर सफेदपोश शराब कारोबारी आबकारी विभाग में हुए भ्रष्टाचार की दलदल में गोते लगाना शुरू कर दिया है मजे की बात यह है कि मौका पाते ही सफेदपोश शराब कारोबारी पूर्व विधायक का मुखौटा लगाकर वाणिज्य मंत्रालय के प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी के पास जा पहुंचा और रीवा सतना उमरिया तथा सिंगरौली जिले में पदस्थ जिला आबकारी अधिकारियों के करतूतों का पूरा खोल कर रख दिया जाता है कि अपने पूर्व विधायक का मुखौटा लगाकर पहुंचे शराब कारोबारी की बातों को अपने संज्ञान में ले लिया है।
इस बात की खबर जैसे ही दिवस सतना सिंगरौली जिले के जिला आबकारी अधिकारियों को लगी तो अपने गले में पढ़ने वाले फंदे को बचाने के लिए शराब कारोबारियों के गलों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है जिला आबकारी अधिकारियों की करतूत का भंडाफोड़ होते ही प्रदेश में तहलका मच गया रीवा कलेक्टर ने तत्काल अपने संज्ञान में लेकर जिला आबकारी अधिकारी को तलब किया और कई बिंदुओं पर चर्चा करते हुए जवाब मांगा है इस बात की जानकारी सफेदपोश शराब कारोबार ओके लगी तो अलग-अलग मुखोटे सेवा एवं अनूपपुर जिले के शराब दुकानों से निकली मलाई 10 वाट चुका है जिले का ठेका चखने वाला सफेदपोश शराब कारोबारी वर्ष 2023 24 के निष्पादन प्रक्रिया में एक समूह पर सिमट कर रह गया पूरे जिले में फिर से अपना राज करने के लिए समाचार पत्रों से उजागर हुई जिला आबकारी अधिकारियों की करतूतों को पीएस के सामने रख शतरंज की चाल चली है!
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