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    पैदा होते ही मां ने बच्‍चे को जिंदा दफना दिया, 12 घंटे तक जमीन में दबा रहा; फिर हुआ चमत्‍कार

  • April 05, 2024

    डेस्क: मां कहलाने की चाहत हर मह‍िला की होती है. लेकिन इस मां ने जो क‍िया, वो शर्मनाक है. रूह कंपा देने वाला है. 23 साल की इस मह‍िला ने पैदा होते ही अपने ही बच्‍चे को जिंदा दफना दिया. 12 घंटे तक बच्‍चा जमीन में दबा रहा. सुबह जब पर‍िवारवालों ने बागीचे में खून देखा तो डर गए. तुरंत खुदाई शुरू की. अंदर जो कुछ दिखा, वो चमत्‍कार से कम नहीं. बच्‍चे की सांसें चल रही थीं. 12 घंटे तक जमीन में दफन रहने के बावजूद वह जिंदा था. पर‍िवारवाले तुरंत लेकर अस्‍पताल भागे, और आख‍िरकार डॉक्‍टरों ने उसे बचा लिया.

    मेट्रो की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना युगांडा की है. 23 साल की ये मह‍िला प्रेग्‍नेंट थी. इसका पहले से एक और बच्‍चा है. मह‍िला नहीं चाहती थी क‍ि कोई दूसरा बच्‍चा हो. इसल‍िए जब वह प्रेग्‍नेंट हो गई तो पर‍िवारवालों को नहीं बताया. एक द‍िन आधी रात को उसे लेबर पेन शुरू हुआ. इसके बाद मह‍िला ने न तो पर‍िवार के क‍िसी सदस्‍य को बताया और न ही कोई डॉक्‍टरी सहायता ली. उसने खुद ही बच्‍चे को जन्‍म दे दिया. पर‍िवार को पता न चले, इसल‍िए आधी रात को ही एक बगीचे में दफना दिया.


    बागीचे में खून का निशान
    सुबह जब पर‍िवार के लोग उठे, उन्‍हें बागीचे में खून का निशान नजर आया. ढूंढते हुए वे उस जगह पहुंचे जहां बच्‍चे को दफनाया गया था. खुदाई शुरू की, तो अंदर बच्‍चा दबा हुआ था. लेकिन ये देखकर वे हैरान रह गए क‍ि इतने घंटे तक जमीन में दबे होने के बावजूद वह जिंदा था. रात भर मिट्टी के नीचे दबे रहने के दबाव के कारण शरीर पर कई जगह कट और चोट के निशान थे. वह अभी भी गर्भनाल से जुड़ा हुआ था. शरीर ठंडा पड़ चुका था और रातभर दबे रहने के कारण उसकी त्‍वचा नीली हो गई थी.

    गर्भनाल काटकर बच्‍चे को बाहर निकाला
    पर‍िवार के लोगों ने तुरंत मिट्टी साफ की और गर्भनाल काटकर बच्‍चे को बाहर निकाला. कुछ मिनटों के बाद उन्‍होंने बच्‍चे के रोने की आवाज सुनी, तो लेकर अस्‍पताल भागे. डॉक्‍टर भी यह देखकर दंग रह गए. उन्‍होंने तुरंत घावों को साफ किया और एक इनक्यूबेटर में रखा. कई तरह की जांच की गई. पता चला क‍ि उसके दिल, पेट या किसी अन्य अंग पर कोई चोट नहीं आई थी. छह दिन तक इलाज के बाद उसे अस्‍पताल से छुट्टी दे दी गई.

    दादी कर रही बच्‍ची का पालन-पोषण
    इंटरनेशनल मेडिकल केस रिपोर्ट्स जर्नल में यह रिपोर्ट पब्लिश हुई. इसे चमत्‍कार बताया गया. एक्‍सपर्ट ने कहा, यह मामला सारे स्‍थाप‍ित मानदंडों को खार‍िज करता है. यह बताता है क‍ि विकट परिस्थितियों में एक बच्‍चा जिंदा रह सकता है. यह हमें बच्‍चों को बचाने के ल‍िए एक नया रास्‍ता देता है. बच्‍चे का पालन-पोषण अब उसकी दादी कर रही हैं. उसका शरीर बिल्‍कुल सही तरीके से व‍िकस‍ित हो रहा है. मां को पुल‍िस ने बच्‍चे की हत्‍या के प्रयास में ग‍िरफ्तार कर लिया है.

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