उज्जैन। गर्मी का मौसम शुरू हो गया है और शहर का तापमान भी अब 35 डिग्री के पार होने लगा है। गर्मी बढऩे के कारण शहर के कई इलाकों में बिलों से सांप निकलने लगे हैं। सर्प विशेषज्ञों का कहना है जैसे-जैसे घर में बढ़ेगी। वैसे वैसे इस प्रकार की शिकायतों में इजाफा होगा।
गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है। वेधशाला में कल शहर का अधिकतम तापमान 35.02 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। रात का तापमान भी 16 डिग्री से ऊपर चल रहा है। गर्मी में इजाफा होते ही धरती पर रेंगने वाले सरी सर्प सांप भी ठंडी जगह ढूंढ रहे हैं और गर्मी से राहत की तलाश में साँप या अन्य रेंगने वाला जंतु ग्रामीण और शहरी इलाकों में आते हैं। यह बिल से बाहर आकर छिपकर किसी कोने में बैठ जाते हैं। शहर हो या ग्रामीण इलाके सभी जगह जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है। इससे राहत पाने के लिए सांप बिलों से निकलकर ठंडे स्थान की ओर जाने लगते हैं। बिलों के अंदर भी बेहद गर्मी के कारण साँप ऐसे समय में बाहर निकल कर आ जाते हैं। पेड़ों पर भी बेहद गर्मी होती है और इसी तलाश में साँप या अन्य जीव शहर या ग्रामीण इलाकों की तरफ आते हैं और घरों की एकांत और सूनी जगहों में या जहाँ कुछ कबाड़ का सामान पड़ा हो ऐसे स्थान को चुनते हैं और छुप कर बैठ जाते हैं। इस मौसम में आमतौर पर आवासीय इलाकों और घरों में सांपों के छिपने के मामले बढ़ जाते हैं। मानसूनी बारिश के भी कारण साँपों के बिलों में भी पानी भर जाता है, जिसके कारण परेशान जंतु सुरक्षित जगह छिप जाते हैं। सर्प विशेषज्ञ हर्षद इंगले ने बताया कि अभी तो गर्मी की शुरुआत है लेकिन मई और जून के महीने में सबसे अधिक घरों में साँप घुसने की सूचना आती है और साँपों को पकडऩे जाना पड़ता है। उन्होंने बताया की मार्च का महीना खत्म होते-होते यह संख्या बढ़ जाएगी।
कोबरा और क्रेटा जैसे खतरनाक सांप निकल रहे
सर्प विशेषज्ञ श्री इंगले ने बताया कि गर्मी की शुरुआत होते ही उनके पास सांप निकालने की चार से पांच सूचनाएं रोज आने लगी है। इस तरह की जानकारी उन्हें शहर के पिपली नाका, भेरूगढ़, मक्सी रोड और इंदौर रोड क्षेत्र की कॉलोनियों से आने लगी है। हाल ही में उन्होंने उक्त इलाकों से कोबरा तथा क्रेटा प्रजाति के सांप पकड़े हैं। कोबरा सांप जहरीला होता ही है लेकिन क्रेटा इससे ज्यादा जहरीला सांप होता है। इनके काटने से मौत तक हो जाती है।
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