नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) ने शुक्रवार को बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने दिल्ली विधानसभा में भाषण (speech in delhi assembly) देते हुए कहा कि बीजेपी सेवा विधेयक (service bill) के माध्यम से लोकतंत्र का “संघी” मॉडल लेकर आई है. 2024 का लोकसभा चुनाव (2024 Lok Sabha election) राष्ट्रीय राजधानी के लिए पूर्ण राज्य के मुद्दे पर लड़ा जाएगा. केजरीवाल ने आरोप लगाया कि अध्यादेश और विधेयक (Ordinances and Bills) के माध्यम से दिल्ली के लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचल दिया गया.
उन्होंने कहा कि सेवा मामले पर अध्यादेश इसलिए लाया गया क्योंकि धनबल और ईडी तथा सीबीआई का खतरा दिल्ली में विफल हो गया था. केजरीवाल ने यह भी दावा किया कि हाल ही में बीजेपी के किसी नेता ने उन्हें धमकी देते हुए कहा था, ‘हम तुम्हें झुका देंगे.’ लेकिन मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि कोई भी ताकत केजरीवाल और दिल्ली के दो करोड़ लोगों को झुका नहीं सकती.
इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को एक खतरा है कि जैसे दिल्ली वाले आम आदमी पार्टी को प्यार करते हैं, वैसे ही देश आम आदमी पार्टी को प्यार न करने लगे. अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में कांग्रेस शासित घोटाले का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली पहले CWG और कॉमनवेल्थ जैसे घोटालो के लिए जानी जाती थी, पर अब मुफ्त बिजली पानी अच्छे स्कूल और मोहल्ला क्लीनिक के लिए जानी जाती है.
केजरीवाल ने कहा कि 10 फरवरी 2015 को आम आदमी पार्टी की सरकार बनी. मई 2015 में केंद्र सरकार ने आदेश जारी किया कि एंटी करप्शन ब्रांच और सर्विसेस में चुनी सरकार का कोई अधिकार नहीं रहेगा. असंवैधानिक आदेश जारी किया गया था. अफसरों को हथियार बनाकर दिल्ली की सरकार को कुचला गया. अफसरों को बुलाकर उनकी गर्दन मरोड़ते हैं, उन्हें सस्पेंड करते हैं, धमकियां देते हैं. जो अफसर अच्छे काम करते हैं, उन्हें उधर से उधर भेज देते हैं.
उन्होंने सेवा बिल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस कानून से दिल्ली के लोकतांत्रिक अधिकार को छीना गया. साल 2013 में कांग्रेस को लेकर नेगेटिविटी थी और ऐसा लग रहा था कि चारों तरफ मोदी लहर चल रही है. मोदी लहर के बीच देश में आम आदमी पार्टी की चर्चा शुरू हो गई थी. उसी वक्त मोदी जी के दिल पर क्या गुजर रही होगी, एक आधे राज्य के अंदर छोटी सी पार्टी ने अद्भुत कम कर दिया.
दिल्ली सीएम ने कहा कि उस 49 दिन को लोग आज भी याद करते हैं. दिल्ली के चौराहों पर डिपार्टमेंट में लोगों ने पैसे देना बंद कर दिए थे. 49 दिनों की सरकार में हमने 32 अफसर को जेल भेजा था. ऐसी सरकार की चर्चा देश भर में शुरू हो गई. दिल्ली में बिजली के रेट आधे हुए, पानी मुफ्त हो गया. दिल्ली के सबसे बड़े आदमी पर FIR मैंने दर्ज कराई थी. 49 दिन के बाद इस्तीफा दिया और इन्हें चैन की सांस आई. 2014 में मोदी प्रधानमंत्री बने, और कहा गया कि मोदी युग आ गया. अमित शाह ने कहा था कि 16 मई के बाद अरविंद केजरीवाल राजनीति में रहे तो मैं उनसे बहस करूंगा. पूरे देश में मोदी जी की आंधी तूफान और लहर थी.
उन्होंने कहा कि कई राज्यों में चुनाव हुए और मोदी जी जीत गए. फिर दिल्ली का नंबर आया. फरवरी 2015 में 70 में से 67 सीट AAP ने जीती. बीजेपी मोदी जी की पार्टी तीन सीट पर सिमट गई. पीएम मोदी का घोड़ा दिल्ली वालों ने रोक दिया. उसी दिन मोदी जी ने कसम खाई कि आम आदमी पार्टी को रोक लूंगा. लेकिन भगवान ने कुछ और सोच रखा था. चुनी सरकार को तहस-नहस करने में पूरा तंत्र लग गया. 10 साल में आम आदमी पार्टी बीजेपी और कांग्रेस के बाद तीसरी बड़ी पार्टी बन गई.
केजरीवाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि चुनी हुए सरकार को सारा अधिकार है कामकाज करने के लिए. LG या मोदी जी की कोई पावर नहीं होगी. 11 मई को सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर आया और 19 मई की शाम को सुप्रीम कोर्ट बंद हुआ. रात को 10:00 बजे उन्होंने एक अध्यादेश पास कर दिया. सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलट दिया. देश स्तब्ध रह गया कि एक ऐसा प्रधानमंत्री आया है जो सुप्रीम कोर्ट को नहीं मानता है. गृह मंत्री अमित शाह ने 2 घंटे भाषण दिया. प्रधानमंत्री एक नया रथ लेकर चले हैं, इसमें 3 घोड़े हैं ED, CBI और कैश.
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