इटानगर । अखिल अरुणाचल प्रदेश छात्र संघ (आपसू) ने चीनी विदेश मंत्रालय द्वारा अरुणाचल प्रदेश को “दक्षिण तिब्बत” का हिस्सा करार देते हुए जारी किए गए संदिग्ध और आपत्तिजनक बयान को सिरे से खारिज कर दिया है। आपसू ने कहा है कि अरुणाचल प्रदेश के लोग इस तरह के बयानों की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और चीनी सरकार और सीसीपी को ऐसे षडयंत्रकारी बयानों से दूर रहने की चेतावनी दी है।
अरुणाचल प्रदेश के लोग अपने आपको भारतीय होने पर गर्व महसूस करते हैं और हम सच्चे राष्ट्रवादी हैं। हमें किसी विदेशी संस्था से किसी मान्यता की आवश्यकता नहीं है। चीनी सरकार को भ्रामक बयानबाजी जारी करने के बजाय, अपने सशस्त्र बलों को अरुणाचल प्रदेश के अपर सुबनसिरी जिले नाचो क्षेत्र से 05 भारतीय नागरिकों को तुरंत रिहा करने का निर्देश देना चाहिए, जिन्हें हाल ही में पीएलए सैनिकों ने अगवा कर लिया है।
आपसू ने कहा है कि हमारी सरकार द्वारा इस तरह कि घटनाओं पर कड़ा जवाब और सख्त प्रतिक्रिया नहीं देने के कारण ही धुर्त देश चीन के सेना का मनोबल बढ़ा दिया है। छात्रा संस्था ने चीन (तिब्बत) सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जान और माल की सुरक्षा को हर कीमत पर सुनिश्चित और सुरक्षित करने की मांग की है। एलएसी के साथ इस तरह के कुचक्र और दुराचार के खिलाफ मजबूत कार्रवाई होनी चाहिए। हम अपने प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली हमारी केंद्र सरकार से यह मांग करते हैं कि वे इस बात को लेकर चलें और 05 नागरिकों की सुरक्षित और शीघ्र रिहाई के लिए ठोस कदम उठाएं, जिनका हाल ही में चीनी सेना ने अपहरण किया है।
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