भोपाल। पूर्व प्रदेश कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष अरुण यादव ने गोडसे (Godsey) विचारधारा के बाबूलाल चौरसिया (Babulal Chaurasiya) को कांग्रेस में शामिल करने पर मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Kamalnath) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अरुण यादव (Arun Yadav) ने बयान जारी कर कहा है कि वे इसका खुला विरोध करते हैं और इसके लिए कोईभी राजनीतिक नुकसान सहने को तैयार हैं। कमलनाथ ने ग्वालियर (Gwalior) में गोडसे का मंदिर (Temple) बनाने वाले हिंदू महासभा के चौरसिया को कांग्रेस की सदस्यता दे दी है। यह भी चर्चा है कि यह मामला कांग्रेस हाईकमान तक पहुंच गया है। दावा किया गया जा रहा है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) चौरसिया की सदस्यता निरस्त कर सकते हैं। ग्वालियर दक्षिण के कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक चौरसिया को कांग्रेस में लेकर आए हैं। दो दिन पहले उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ के सामने चौरसिया की कांगे्रस में एंट्री कराई गई। इसे लेकर भाजपा तो हमलावर हो ही गई है। कांग्रेस भी दो फाड़ दिख रही है। अरुण यादव ने कहा है कि कमलनाथ ने ही मुख्यमंत्री रहते इन्ही बाबूलाल चौरसिया और उनके सहयोगियों का ग्वालियर में गोडसे का मंदिर बनाने के विरोध में एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था।
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