इंदौर। हिट एोंड रन कानून को लेकर ड्राइवर लामबंद हैं और इससे माल की आवक प्रभावित हो रही है। खासकर इंदौर की सब्जी मंडी में आवक कम रही, जिसके कारण दामों में तेजी रही। किसान हड़ताल के असमंजस में मंडी में अपना माल नहीं ला पाए। 1 जनवरी को मंडी का अवकाश होने के चलते मंडी खुलेगी या नहीं इस पर भी असमंजस की स्थिति होने से माल की आवक कम रही, जिससे आज चोइथराम मंडी में महंगी सब्जियां बिकीं।
प्रदेश की सबसे बड़ी चोइथराम फल एवं सब्जी मंडी में आज हड़ताल को लेकर किसानों में भी असमंजस की स्थिति होने के चलते मंडी में किसान सब्जियां लेकर सीमित मात्रा में पहुंचे, साथ ही वाहन आधे भी नहीं आए, जिसके कारण सब्जियों के दाम दोगुना तक पहुंच गए। 2 दिन पहले 25 से 30 रुपए किलो बिकने वाला मटर व मैथी 60 रु. किलो के पार बिक गए। इसी प्रकार हरी मिर्च 70 रु. किलो, धनिया 50 रु. किलो, भिंडी 60 रु. किलो, बैंगन 30 से 45 रु. किलो, पालक 25 रु. किलो, मैथी 40 से 50 रु. किलो, गाजर 25 से 30 रु. किलो, फूलगोभी 25 से 30 रु. प्रति नग थोक दाम रहे। इसी प्रकार आलू-प्याज मंडी में भी 25 प्रतिशत वाहनों की आवक रही।
कल थी छुट्टी, परसों की बची सब्जियां महंगी बिकीं
मंडी में प्रत्येक महीने की 1 तारीख को अवकाश रहता है। कल अवकाश के चलते परसों, यानि 31 दिसंबर को मंडी में जो सब्जी आई थी, वह आज दोगुने दाम तक बिक गई। किसान और व्यापारी अभी भी असमंजस की स्थिति महसूस कर रहे हैं, क्योंकि बिना ड्राइवरों के माल की आवक पर्याप्त मात्रा में नहीं रहेगी। कल 1 जनवरी को किसानों ने मंडी व्यापारियों को फोन भी लगाए, लेकिन मंडी में दुकानें बंद होने के कारण उन्हें सही जानकारी नहीं लग पाई। इसलिए भी आज मंडी में सब्जी की आवक कम रही।
कच्चा माल, आवक कम
सब्जी कच्चे माल में गिनी जाती है दो से चार दिन में इसकी तोड़ाई जरूरी होती है नहीं तो यह खेत में खराब होने की स्थिति में रहती है, व्यापारी फतेह सिंह यादव, दिलीप असरानी ने बताया कि वाहनों की आवाजाही कम होने के कारण आवक भी कम हुई है।
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