जबलपुर। तिलवारा थाना क्षेत्रातंर्गत परासिया हार में सरपंच की सिर धड़ से अलग कर की गई निर्मम हत्या का गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। ढाई माह पूर्व हुई उक्त सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले पांचों आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा है। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त तीन बके, सब्बल, कुदाली सहित अन्य सामग्री भी बरामद की है। पुलिस अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि थाना तिलवारा में 29 नवंबर 2021 की दोपहर लगभग 2 बजे परासिया हार में गया प्रसाद कुशराम के शव पड़े होने की सूचना पर पहुंची पुलिस अमर मरावी उम्र 21 वर्ष निवासी परासिया ने बताया था कि वह कॉलेज में पढ़ाई कर रहा है। उसके मामा गावं में ही रहते हैं वह आज सरपंच राम सिंह मामा के घर चरगवां गया था, मामी गुड्डी बाई ने बताया कि जानकारी मिली है मामा गया प्रसाद को किसी ने मार दिया है, जो खेत में पड़े हैं। सूचना मिलने पर वह मामा के लड़के शिव कुमार के साथ बड़े मामा गया प्रसाद के खेत आया, खेत में छिवला के पेड़ के पास घास पूस की टपरिया है, मामा की लाश बिना सिर के पट हालत में पड़ी थी । उसके मामा रात में खेत में सोते थे 28 नवंबर 21 को मामा रोज की तरह खेत में सोने गये थे किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार से हमला कर उसके मामा गया प्रसाद कुशराम उम्र 60 वर्ष की हत्या कर सिर काट कर साक्ष्य छुपाने की नियत से सिर कहीं फैंक दिया गया है।
मरघटाई में दफना दिया था सिर
पुलिस ने बताया कि 30 नवंबर 21 को जानकारी लगी कि ग्राम नया गॉव स्थित नंदबाबा गौशाला के पास नाले किनारे बनी मरघटाई में गया प्रसाद कुसराम की मुण्डी मिट्टी में दबी हुई मिली। मिट्टी के उपर एक पत्थर रखा हुआ था पास ही एक बकानुमा जराही का टूटा हुआ लकड़ी का बेंत जो लगभग सवा फुट का था, जिसमे तांबे का तार लिपटा हुआ था मिला था। पतासाजी के ज्ञात हुआ कि मृतक गया प्रसाद चोरी छिपे जादू टोना करता है। किसी व्यक्ति ने जादू टोना के शक में तो गया प्रसाद की हत्या नहीं कर दी है। जिसे ध्यान मे रखते हुये आसपास के गॉव में पतासाजी की जा रही थी एवं घटना स्थल के पास मिले टूटे हुये बेंत के सम्बंध मे पूछताछ की जा रही थी।
बके के बेंत से पकड़ में आये आरोपी
पुलिस को मुखबिर से जानकारी मिली कि टूटा हुआ बेंत ग्राम परासिया झिरी निवासी विजय कुमार बरकड़े की बकानुमा जराही का है। यह जानकारी लगते ही विजय कुमार बरकडे उम्र 24 वर्ष निवासी परासिया झिरी थाना तिलवारा को सरगर्मी से तलाश कर अभिरक्षा में लेते हुये सघन पूछताछ की गयी। विजय बरकड़े ने अपने पिता एवं अपने साथियों के साथ मिलकर जादू टोना के शक में गया प्रसाद की हत्या करना स्वीकार करते हुये बताया कि वह गॉव के शिवकुमार मर्रापा, फागू लाल उर्फ अखिलेश नरेती के साथ मार्बल पाउडर फैक्ट्री में काम करता था, उसने गॉव के शिवकुमार एवं फागूलाल से बताया कि उसकी मॉ एवं बहन बीमार रहती हैं, जिनका देशी ईलाज एवं झाड़ फूंक कराते है तो कुछ दिन ठीक रहती है, फिर तबीयत खराब हो जाती है।
बके से काट दी थी मुण्डी
आरोपियों ने बके से हमला कर गया प्रसाद की मुण्डी काट दी एवं कटी हुई मुण्डी बाल से पकड़कर उठा ली तथा गया प्रसाद का तावीज जो गला कटने के बाद नीचे गिर गया था उठाकर अपने पास रख लिया, तथा गया प्रसाद का पर्स जिसमें 430 रूपये एवं अधारकार्ड था शिवकुमार ने रख लिया। सभी कटी हुई मुण्डी लेकर नाले के किनारे मरघटाई पहुंचे। जहॉ शंकरलाल ने कुदाली से गड्ढा खोदा और मुण्डी को गड्ढे में रखकर मिट्टी से दबा दिया एवं उसके उपर पत्थर रखकर अपने अपने घर चले गये तथा सभी ने अपने पहने हुये कपडे घर के आसपास बाड़ी मे छिपा दिये।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
उक्त जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपी विजय कुमार बरकड़े पिता शंकरलाल बरकड़े उम्र 24 वर्ष निवासी ग्राम परासिया झिरी, शंकरलाल बरकडे पिता बक्तूलाल बरकड़े उम्र 48 वर्ष, शिवकुमार उर्फ भूरा मर्रापा (गौड़ ) पिता हिम्मत लाल उम्र 34 वर्ष, अखिलेश उर्फ फागूलाल नरेती पिता बलीराम नरेती उम्र 26 वर्ष, जगराम सोयाम पिता मद्दूलाल सोयाम उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम परासिया झिरी को अभिरक्षा में लिया है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
आरोपियों को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी तिलवारा उप निरीक्षक लेखराम नादौनिया, थाना प्रभारी चरगवॉ विनोद पाठक थाना तिलवारा के उप निरीक्षक विनोद कुमार द्विवेदी, उप निरीक्षक अभिषेक कैथवास, प्रधान आरक्षक दिलीप पाठक, आरक्षक हरीश डेहरिया, हरी सिंह राजपूत, जय कुमार एवं थाना चरगवॉ के आरक्षक सोनू कुमार, राहुल नादौनिया की सराहनीय भूमिका रही।
जादू टोने से थे परेशान
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्हें जानकारी लगी कि गॉव का गया प्रसाद चोरी छिपे जादू टोना कर लोगों को परेशान करता है। जिस पर शिवकुमार एवं फागूलाल ने कहा कि हमारे घर में भी बीमार रहते हैं, गॉव के और लोग भी परेशान है। गया प्रसाद चोरी छिपे जादू टोना कर गॉव के लोगों को परेशान कर रहा है। उसने दोनों से कहा कि मड़ई मेला के दिन मड़ई समाप्त होने के बाद गया प्रसाद की हत्या कर देते है तो दोनो तैयार हो गये। इसके बाद उन्होने गॉव के रिश्ते के भतीजे जगराम सोयाम से बात की तो जगराम भी तैयार हो गया, जगराम अपने घर से लोहे की सब्बल, तथा वह एवं शिवकुमार-फागूलाल अपने अपने घरों से जराहीनुमा बका लेकर आये। वह सभी के साथ अपने पिता शंकर लाल के पास खेत पहु्रंचा एवं पिता से बोला कि हमारे साथ चलो तो पिता कुदाली लेकर साथ में चल दिये और गया प्रसाद खेत में बनी टपरिया में जहॉ सोया हुआ था पहुचे पिता शंकर लाल टपरिया के सामने खडे हो गये वह एवं शिव कुमार , फागूलाल , जगराम टपरिया से गया प्रसाद को घसीट कर बाहर लाये, सभी ने हाथ में लिये हुये धारदार हथियार बका, सब्बल, राड से गया प्रसाद पर हमला कर दिया।
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