भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने कहा है कि प्रदेश में स्व-सहायता समूहों (Self Help Groups) को सशक्त बनाने की दिशा में निरंतरप्रयास किए जा रहे हैं। स्व-सहायता समूहों को हर माह 150 करोड़ रुपये देने की व्यवस्था सरकार ने की है। आगे भी समूहों को सहायता मिलती रहेगी। यह बातें उन्होंने रविवार शाम को “आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश” पर केन्द्रित प्रदर्शनी के अवलोकन के दौरान स्व-सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओंसे कही।
ग्वालियर के मोतीमहल परिसर में लगाई गई प्रदर्शनी में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा “लोकल फॉर वोकल” (Local for vocal) के तहत ग्रामीणों को आत्म-निर्भर बनाने के लिये किए गए प्रयास एवं जिले के लिए “एक जिला एक उत्पाद” के तहत चिन्हित सैण्ड स्टोन टाइल्स, स्मार्ट सिटी के तहत किए गए महत्वपूर्ण कार्य, ग्वालियर शहर को स्वच्छता में अव्वल बनाने के लिये किए जा रहे प्रयास तथा अमृत योजना के तहत हो रहे सीवर और पेयजल के कामों को प्रदर्शित किया गया था।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर एवं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्व-सहायता समूह की दीदी कैफे से जुड़ी महिलाओं द्वारा बनाई गई चाय भी कुल्हड़ से पी। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, पंचायत एवं ग्रामीण विकासमंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह, नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया एवं लोक निर्माण राज्य मंत्री सुरेश धाकड़, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश बनाने की दिशा में मध्यप्रदेश राज्य आजीविका मिशन और जिला पंचायत ग्वालियरद्वारा लगाई गई प्रदर्शनी सराहनीय है। मुख्यमंत्री को प्रदर्शनी के अवलोकन के दौरान समूह से जुड़ी प्रियंका राजपूत ने बताया कि आपके निर्देशनमें स्व-सहायता समूह आगे बढ़ रहे हैं। साथ ही समूह की सभी बहनों के आधार-कार्ड बनाएजा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के अंतर्गत एक जिला एक उत्पादसैण्ड स्टोन टाइल्स के प्रोडक्ट के माध्यम से लगाई गई प्रदर्शनी सराहनीय है। स्टोनके कार्य और गतिविधियों को आगे बढ़ाया जाये। ग्वालियर में स्टोन का अच्छा काम हो रहा है। उन्होंने स्मार्ट सिटी के अवलोकन के दौरान कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में ग्वालियर को पहले स्थान पर लाने के प्रयास किए जायें, जिससे स्वच्छता में ग्वालियर प्रदेश में अग्रणी स्थान प्राप्त कर सके। इस दौरान संभाग आयुक्त आशीष सक्सेनाने बताया कि तीन हजार लोगों को स्मार्ट सिटी में साथी बनाया जायेगा। इससे स्मार्ट सिटी की गतिविधियों को और आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
स्मार्ट सिटी की प्रदर्शनी, विरासत का सर्वेक्षण एवं नागरिक सुविधाओं का प्रदर्शन
स्मार्टसिटी की प्रदर्शनी के माध्यम से ग्वालियर में महत्वपूर्ण कार्यो की श्रृंखला में हेरिटेज के कार्य़, ग्रीन स्पेस की उपलब्धता तथा सुदृढ़ यातायात के लिये स्मार्ट रोड एवं मोबिलाइजेशन से संबंधित कार्यों को दर्शाया गया था। इन परियोजनाओं से जहाँ शहर की विरासत को संरक्षण कर सहेजा जा रहा है, वहीं उन परियोजनाओ के पूर्ण होने पर शहर के नागरिकों को अत्याधुनिक सुविधाएँ भी मिल रही हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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