नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है. रक्षामंत्री ने सेना के कमांडरो से बातचीत करते हुए उनसे इजरायल-हमास युद्ध का जिक्र किया. उन्होंने कहा, हो सकता है सीमा पर हमें भी ऐसी किसी स्थिति से दो-चार होना पड़ जाए इसलिए आपको किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार होना चाहिए.
सूत्रों के मुताबिक कहा जा रहा है कि इजरायल हमास के इन हमलों से सीख लेकर भारतीय सेना ने इन दिनों इन मुद्दों पर भी रिसर्च करनी शुरू कर दी है. सेना ने ऐसी किसी संभावित घटना से निपटने के लिए मेक इन इंडिया के तहत एंटी-ड्रोन सिस्टम, लॉजिस्टिक्स यूएवी, लोइटर गोला-बारूद, ग्राउंड सेंसर की खरीददारी करनी शुरू कर दी है.
2 हजार करोड़ रुपये की इमरजेंसी खरीददारी
भारतीय सेना ने एंटी ड्रोन सिस्टम, लॉजिस्टिक यूएवी के साथ-साथ 2 चरणों में करीब 2 हजार करोड़ रुपये की आपातकालीन खरीददारी की है. गाजा पर हमले के बाद सेना, इंटेलिजेंस युनिट और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने साथ में कई चरणों की बैठकें करके इस पूरे मामले को समझा और भविष्य में ऐसी किसी परिस्थिति को भारत के नजरिए से समझ कर सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की.
‘नेवी बोली हम भी तैयार’
इजरायल पर हुए हमलों के बाद नेवी से जुड़े सूत्रों ने भी अपनी तैयारियों की समीक्षा की. भारत के कोस्टल इलाकों में नेवी ने मुंबई हमलों और इजरायल पर हमलों के बीच कोस्टल रीजन में सुरक्षा कड़ी कर दी है. उन्होंने कहा, हम सभी मछुआरों की जांच कर रहे हैं और कोस्टल प्वाइंट्स की जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं. मुंबई से जुड़ी समुद्री सीमा पर अतिरिक्त सुरक्षा की जा रही है. क्योंकि मुंबई में हमले के दौरान आतंकियों ने चबाड़ हाउस को निशाना बनाया था.
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