नई दिल्ली । रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defense) ने 1,056 करोड़ रुपये की लागत से सेना को 1,300 लाइट स्पेशलिस्ट वाहनों (Light Specialist Vehicles) की आपूर्ति के लिए महिंद्रा डिफेंस सिस्टम्स लिमिटेड (एमडीएसएल) के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर (Signature) किए। एमएमजी, एजीएल और एटीजीएम को ले जाने के लिए उपयोग किए जाने वाले इन वाहनों की आपूर्ति चार साल में की जाएगी।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल (Light specialist vehicle) एक आधुनिक फाइटिंग व्हीकल है और इसे मीडियम मशीन गन्स, ऑटोमैटिक ग्रेनेड लॉन्चर्स (Automatic grenade launchers) के साथ-साथ एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलों की गाड़ी के लिए विभिन्न फाइटिंग यूनिट्स के लिए अधिकृत किया जाएगा। लाइट स्पेशलिस्ट वाहन स्वदेशी रूप से एमडीएसएल ने डिजाइन और विकसित किया है।
ये लड़ाकू वाहन छोटे हथियारों की फायरिंग से बचने के लिए चौतरफा सुरक्षा के साथ बेहद चुस्त हैं। यह वाहन परिचालन क्षेत्र में छोटी टुकड़ियों को दिए जायेंगे जिन्हें हथियार प्लेटफार्म संचालित करने की आवश्यकता है। यह रक्षा उद्योग की स्वदेशी विनिर्माण क्षमताओं को प्रदर्शित करने वाली एक प्रमुख परियोजना है जो सरकार के ’आत्मनिर्भर भारत’ अभियान और ’मेक इन इंडिया’ की पहल में एक और मील का पत्थर जोड़ेगी।
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