अंबाला । हरियाणा (Haryana) के अंबाला (Ambala) जिले में शहजादपुर इलाके में गांव मंगलोर के साथ लगती बेगना नदी (Begna river) के किनारे जंगल में लगभग 259 बम (Bomb) का जखीर मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई थी. जहां पर बमों को लोकल पुलिस की मदद से आर्मी आर्डिनेंस कोर टीम ने डिफ्यूज कर दिए.
वहीं, बमों को डिफ्यूज करने के लिए बेगना नदी में 3 गड्ढे बनाए गए और सभी गड्ढों में बमों को बारी-बारी से डिफ्यूज किया गया. इस दौरान 500 मीटर के इलाके को खाली करवा दिया गया था. इसके साथ ही 1 किलोमीटर की दूरी पर फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस तैनात की गई थी.
दरअसल, अंबाला जिले के शहजादपुर इलाके के जंगलों में आर्टीलरी सैल (पुराने बम) को डिफ्यूज करने के लिए आर्मी की आर्डिनेंस कोर टीम ने पहले से नदी और जंगल क्षेत्र का जायजा लिया था. इसके बाद सेना की टीम द्वारा लोकल पुलिस को सुरक्षा के मद्देनजर कुछ एहतियात बरतने की सलाह दी गई थी. ऐसे में सारी तैयारियों के बाद बेगना नदी में गड्ढे खुदवाए गए और आसपास के इलाके के लोगों को भी सख्त हिदायतें दी गई.
गौरतलब है कि पुलिस द्वारा किए गए सारे इंतजाम पुख्ता होने के बाद बीते रविवार को आर्मी आर्डिनेंस कोर टीम सुबह 9 बजे मौके पर पहुंच गई और बमों को डिफ्यूज करने का काम शुरू किया. इस दौरान टीम ने जंगल के साथ लगती नदी में 3 गड्ढे खोदकर सभी 259 पुराने बमों को उसमें रखा और उसके बाद स्पेशल तरीके से उन्हें बारी-बारी से डिफ्यूज किया गया. जहां पर पुराने बमों को डिफ्यूज करने के बाद सेना आर्डिनेंस कोर टीम ने सभी गड्ढों की बारीकी से छानबीन की थी.
इस मामले में बीते 25 फरवरी को शहजादपुर ब्लॉक के गांव मंगलौर के साथ लगती बेगना नदी किनारे जंगल मे लगभग 232 आर्टीलरी सैल (पुराने बम) मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई थी. ऐसे में घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी ने बम निरोधक दस्ते के साथ मौका मुआयना किया था. जहां पर बीते 28 फरवरी को बेगना नदी में 16 आर्टीलरी सैल (पुराने बम) और मिले थे.
इसके बाद भी पुलिस ने सर्च अभियान जारी रखा और फिर 11 पुराने बम मिले, हालांकि सभी 259 आर्टीलरी सैल डिफ्यूज होने से लोगों को काफी राहत की सांस ली है, लेकिन, इन बमों का यह जखीरा कहां से आया, इसे लेकर जांच की जा रही है. वहीं, इस मामले में पुलिस अधिकारी के मुताबिक सभी 259 पुराने बमों को आर्मी ऑर्डिनेंस कोर टीम द्वारा डिफ्यूज कर दिया गया है. इसके साथ ही आगे की जांच-पड़ताल जारी है।
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