नई दिल्ली । क्रिकेट (Cricket)के भगवान कहे जाने वाले भारत के पूर्व महान बल्लेबाज (former great batsman of india)सचिन तेंदुलकर के बेटे (Sachin Tendulkar’s son)अर्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar)भी अपने पिता की तरह क्रिकेट में अपना करियर तलाश रहे हैं। आईपीएल समेत कई घरेलू टूर्नामेंट वे खेल चुके हैं, लेकिन उनका प्रदर्शन ज्यादा खास नहीं रहा। हालांकि, अगर एक आम क्रिकेटर के तौर पर देखें तो उनका प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा है, लेकिन उनके नाम के आगे तेंदुलकर जुड़ जाता है तो लोग उनको बड़ी उम्मीदें से देखते हैं। इस सब के बीच बाएं हाथ से तेज गेंदबाजी करने वाले अर्जुन तेंदुलकर ने अपने दमदार प्रदर्शन से लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। उन्होंने एक लोकल टूर्नामेंट में एक मैच में 9 विकेट निकाले हैं।
ऑलराउंडर अर्जुन तेंदुलकर ने कर्नाटक में खेले जाने वाले डॉ. (कैप्टन) के. थिम्मप्पिया मेमोरियल टूर्नामेंट 2024-25 में केएससीए इलेवन के खिलाफ एक पारी में पांच और एक पारी में 4 विकेट निकाले। गोवा के लिए खेलते हुए उन्होंने इस इनविटेशनल टूर्नामेंट में एक मैच में 9 विकेट लिए। इस टूर्नामेंट का आयोजन कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा किया जाता है। कुछ और भी राज्य संघ इस तरह के आयोजन करते हैं, जिसमें बुची बाबू टूर्नामेंट शामिल है, जो तमिलनाडु क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित किया जाता है। ऐसे में टूर्नामेंट में सचिन के बेटे अर्जुन तेंदुलकर की तूफानी गेंदबाजी देखने को मिली।
इस मैच में अर्जुन तेंदुलकर ने केएससीए इलेवन के खिलाफ पहली पारी में 13 ओवर गेंदबाजी की। एक ओवर इसमें मेडेन रहा और कुल 41 रन खर्च करते हुए उनको 5 विकेट मिले। उनका इकॉनमी रेट 3.15 का था। वहीं, दूसरी पारी में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्जुन तेंदुलकर ने 10 ओवर फेंके और कुल 55 रन खर्च करते हुए 4 विकेट निकाले। अर्जुन तेंदुलकर के पास पेस है और वे बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं तो एक अलग कोण वे बल्लेबाजों के लिए बनाते हैं। भारत में इस समय बहुत कम बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं। अगर वे घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो फिर टीम इंडिया के रास्ते भी उनके लिए खुल सकते हैं।
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