भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल और लोक शिक्षण संचालनालय के बीच शैक्षणिक कार्य को लेकर घमासान मचा है। माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष राधेश्याम जुलानिया ने बीते दिनों स्कूल शिक्षा मंत्री की अनुशंसा पर आदेश जारी करके सभी कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि अब माध्यमिक शिक्षा मंडल एप के माध्यम से 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की पढ़ाई कराएगा। यह आदेश जारी होने के चंद दिन बाद ही स्कूल शिक्षा विभाग के उपसचिव प्रमोद सिंह ने मंडल अध्यक्ष के आदेश को निरस्त कर दिया। अब जिला शिक्षा अधिकारियों से कहा कि ऐसे कोई आदेश मानने की जरूरत नहीं है।
मंडल ने यह दिया था आदेश
माध्यमिक शिक्षा मंडल अध्यक्ष राधेश्याम जुलानिया ने बीते दिनों आदेश जारी कर कहा था कि मंडल ने एक एप तैयार किया जिसमें कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए पाठयक्रम का सारा मटेरियल है इसी से विद्यार्थियों को पढ़ाई करनी होगी। मंडल ने 7 सितंबर से अपना ऑनलाइन शैक्षणिक सत्र शुरू करने की बात कही थी।
कारण जानने में जुटे अधिकारी
भोपाल में माध्यमिक शिक्षा मंडल और स्कूल शिक्षा विभाग के बीच आखिर किस बात को लेकर विवाद मचा है? दोनों विभाग के वरिष्ठ अधिकारी यह पता करने में जुटे हैं।
दोनों विभाग के अधिकारी पीछे हटे
मंडल अध्यक्ष के आदेश निरस्त होने के बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल और लोक शिक्षण संचालनालय के कार्यालयों में खामोशी छायी हुई है। इस संबंध में दोनों विभाग के अधिकारी कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं। लोक शिक्षण आयुक्त जयश्री कियावत का तर्क है कि वरिष्ठ अधिकारियों के जो आदेश जारी होंगे उसका पालन किया और कराया जाएगा। इधर मंडल सचिव का कहना है कि विवाद जैसी कोई स्थिति नहीं है। समय को देखते हुए आदेश निरस्त किए गए हैं, वरिष्ठ अधिकारी आगे कुछ और बेहतर करना चाहते होंगे इसलिए आदेश निरस्त किए गए हैं।
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